क्या पंजाब में गैंगस्टर बनकर दुकानदार से जबरन वसूली करने वाला गिरफ्तार हुआ?
सारांश
Key Takeaways
- गैंगस्टर बनकर वसूली का प्रयास
- पुलिस की त्वरित कार्रवाई
- आरोपी का कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं
- धमकी देने के लिए गुमनाम पहचान का इस्तेमाल
- आर्थिक तंगी के चलते अपराध की ओर प्रवृत्ति
फाजिल्का, 28 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। पंजाब के फाजिल्का गांव से एक अनोखा मामला प्रकाश में आया है। यहां एक व्यक्ति ने गैंगस्टर बनकर दुकानदार से जबरन वसूली करने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने उसे पकड़ लिया।
जानकारी के अनुसार, आरोपी ने एक ज्वेलर से 50 लाख रुपए की मांग की थी। गैंगस्टर के नाम से उसने ज्वेलर को धमकी दी और पैसे की मांग की। आरोपी ने खुद को गैंगस्टर आरजू बिश्नोई बताकर यह राशि मांगी थी। पुलिस ने मोबाइल ट्रेस करके आरोपी तक पहुंची।
एसएसपी गुरमीत सिंह ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में जानकारी दी कि आरोपी की पहचान निकेश कुमार पुत्र राम गोपाल, निवासी खुई खेड़ा के रूप में हुई है। वह गांव में एक किराने की दुकान चलाता है। पुलिस को देखकर वह भागने लगा, लेकिन गेट से कूदते समय उसका पैर टूट गया। फिलहाल, वह अस्पताल में भर्ती है।
सर्कुलर रोड स्थित शिव ज्वैलर्स के मालिक शिवम सोनी ने पुलिस में शिकायत की थी कि 23 दिसंबर को उनके मोबाइल पर एक अज्ञात व्यक्ति का फोन आया। फोन करने वाले ने खुद को गैंगस्टर आरजू बिश्नोई बताया और उनसे पांच दिनों के भीतर 50 लाख रुपए देने को कहा, साथ ही धमकी दी कि अगर पैसे नहीं दिए तो वह उसे जान से मार देगा।
आरोपी की धमकी के बाद पुलिस ने अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज किया। एसपीडी अश्वंत सिंह के नेतृत्व में एक टीम ने तकनीकी सहायता से धमकी भरे फोन का पता लगाया। पुलिस ने शनिवार को आरोपी निकेश कुमार को गिरफ्तार किया, जिसने अपना जुर्म कबूल कर लिया है।
आरोपी ने बताया कि वह जल्दी अमीर बनने और अपने कर्ज चुकाने के लिए गैंगस्टर के नाम का इस्तेमाल करके जौहरियों को डराने की कोशिश कर रहा था। निकेश कुमार बीए ग्रेजुएट है और गांव में ही किराने की दुकान चलाता है। उसका कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं है।
आरोपी ने सोशल मीडिया पर गैंगस्टरों के वीडियो देखकर उनसे प्रभावित होकर जल्दी पैसा कमाने के लिए आरजू बिश्नोई के नाम का इस्तेमाल करने की योजना बनाई। पुलिस ने आरोपी को अदालत में पेश किया और दो दिन की रिमांड प्राप्त की।