क्या मनसुख मांडविया ने गांधीनगर में ‘फिट इंडिया संडे ऑन साइकिल’ रैली का नेतृत्व किया?

सारांश
Key Takeaways
- मनसुख मांडविया ने रैली का नेतृत्व किया।
- रैली का उद्देश्य फिट इंडिया मूवमेंट को बढ़ावा देना है।
- साइकिलिंग स्वास्थ्य और पर्यावरण दोनों के लिए लाभकारी है।
- रविवार को देशभर में 7 हजार से अधिक स्थानों पर रैलियाँ हुईं।
- यह एक नियमित अभियान है, जो स्वस्थ भारत की नींव रखता है।
गांधीनगर, 13 जून (राष्ट्र प्रेस)। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री मनसुख मांडविया ने रविवार को गांधीनगर में ‘फिट इंडिया संडे ऑन साइकिल’ रैली का नेतृत्व किया। यह रैली महात्मा मंदिर से आरंभ हुई, जिसमें हजारों लोग शामिल हुए।
इस आयोजन का उद्देश्य प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा आरंभ किए गए ‘फिट इंडिया मूवमेंट’ को आम जनता तक पहुंचाना और नागरिकों को शारीरिक रूप से सक्रिय रहने के लिए प्रेरित करना था। रैली में बड़ी संख्या में युवा और स्थानीय नागरिकों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
मीडिया से बात करते हुए केंद्रीय मंत्री मनसुख मांडविया ने कहा, "प्रधानमंत्री मोदी के फिट इंडिया मूवमेंट को आगे बढ़ाते हुए ‘संडे ऑन साइकिल’ एक राष्ट्रव्यापी पहल बन गई है। पूरे भारत में यह रैली आयोजित की गई है। रविवार को देशभर में 7 हजार से अधिक स्थानों पर साइकिल रैलियों का आयोजन किया गया है।"
उन्होंने आगे कहा कि साइकिलिंग न केवल स्वास्थ्य के लिए लाभकारी है, बल्कि यह प्रदूषण और ट्रैफिक की समस्याओं का भी समाधान है। अब ‘संडे ऑन साइकिल’ एक नियमित अभियान बन चुका है और यह आने वाली पीढ़ियों के लिए एक स्वस्थ भारत की नींव रखेगा।
रैली से पहले मनसुख मांडविया ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर एक पोस्ट करते हुए लोगों से अपील की थी, "आइए, एक स्वस्थ भारत के निर्माण की ओर बढ़ें! गांधीनगर में ‘संडे ऑन साइकिल’ रैली में मेरे साथ जुड़ें। हम सब मिलकर साइकिलिंग को बढ़ावा देंगे।"
इसका असर रविवार को मनसुख मांडविया की साइकिल रैली में दिखा, जहां हजारों की संख्या में लोग इकट्ठा हुए। इन लोगों के साथ मनसुख मांडविया ने भी साइकिल चलाकर ‘फिट इंडिया’ का संदेश दिया।
युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय ‘फिट इंडिया संडे ऑन साइकिल’ कार्यक्रम का आयोजन करता है। इसमें साइक्लिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया, ‘माई भारत’ और ‘योगासन भारत’ जैसे संगठनों का सहयोग मिलता है। इसका उद्देश्य देशभर में फिटनेस, पर्यावरण जागरूकता और स्वस्थ जीवनशैली को बढ़ावा देना है।
--राष्ट्र प्रेस
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