क्या शंकर महादेवन ने गणेशोत्सव पर तबला सम्राट जाकिर हुसैन को श्रद्धांजलि दी?

सारांश
Key Takeaways
- गणेशोत्सव का जश्न मनाया गया।
- शंकर महादेवन ने जाकिर हुसैन को श्रद्धांजलि दी।
- वीडियो में संगीतकार सलीम-सुलेमान शामिल थे।
- गाना 'श्रृंगार' श्रद्धा पंडित द्वारा लिखा गया।
- जाकिर हुसैन को शंकर ने संगीत का इंसाइक्लोपीडिया कहा।
मुंबई, 4 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। महाराष्ट्र में इन दिनों गणेशोत्सव की धूम मची हुई है। प्रसिद्ध गायक शंकर महादेवन के घर पर गणेश उत्सव का आयोजन किया गया। इस अवसर पर उन्होंने तबला सम्राट जाकिर हुसैन को श्रद्धांजलि अर्पित की।
शंकर महादेवन ने अपने इंस्टाग्राम पर इसका एक वीडियो साझा किया है जिसमें वे गुलाबी रंग के कुर्ता-पायजामा में भजन गाते नजर आए। वीडियो में संगीतकार जोड़ी सलीम-सुलेमान भी उपस्थित थे, जिन्होंने संगीत को संभाला। भजन के बाद, शंकर ने सलीम-सुलेमान का गाना 'श्रृंगार' भी गाया।
वीडियो साझा करते हुए उन्होंने लिखा, "कुछ पल आपके साथ सदा के लिए रह जाते हैं। अपने घर में बप्पा के सामने अपनों के बीच पहली बार श्रृंगार गाना एक ऐसा आशीर्वाद था। यह गीत महान उस्ताद जाकिर हुसैन साहब की स्मृति में एक विनम्र भेंट है। इसे जरूर सुनें और अपना प्यार दें।"
इस गाने को गायिका-गीतकार श्रद्धा पंडित ने लिखा है। 'श्रृंगार' एक क्लासिकल पॉप सॉन्ग है। इसे शंकर महादेवन ने अपनी आवाज दी है और रचना सलीम-सुलेमान ने की है।
संगीतकार जोड़ी सलीम-सुलेमान ने एक इंटरव्यू में कहा कि यह गाना उनकी और शंकर महादेवन की ओर से दिवंगत तबला वादक जाकिर हुसैन को भावभीनी श्रद्धांजलि है। सलीम ने कहा कि इस गाने में एक प्रेमिका की खूबसूरती को ट्रिब्यूट दिया गया है।
एक इंटरव्यू में शंकर महादेवन ने कहा कि उस्ताद जाकिर हुसैन एक महान कलाकार थे, जिनके पास संगीत की असीम जानकारी थी। उन्होंने बताया कि मंच पर उनके साथ प्रस्तुति देने और दुनिया भर की यात्रा करने में, हमने सिर्फ संगीत नहीं सीखा, बल्कि विनम्रता, सौहार्द, टीम वर्क और संगीत के जरिए सकारात्मकता फैलाने की कला भी सीखी। शंकर महादेवन ने जाकिर हुसैन को संगीत के जगत का इंसाइक्लोपीडिया कहा था।