क्या गौतमबुद्धनगर पुलिस ने गुमशुदा बच्चों और बालिगों की खोज में बड़ी सफलता हासिल की?

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क्या गौतमबुद्धनगर पुलिस ने गुमशुदा बच्चों और बालिगों की खोज में बड़ी सफलता हासिल की?

सारांश

गौतमबुद्धनगर पुलिस ने गुमशुदा बच्चों और बालिगों की खोज में अभूतपूर्व सफलता प्राप्त की है। पिछले दो वर्षों में सैकड़ों लोगों को सुरक्षित रूप से उनके परिवारों के पास लौटाया गया है। इस सफलता के पीछे पुलिस की संवेदनशीलता और रणनीतिक योजनाएं हैं, जो हर गुमशुदा व्यक्ति को सुरक्षित घर लाने के लिए काम कर रही हैं।

Key Takeaways

  • पुलिस का अभियान: गुमशुदा बच्चों और बालिग व्यक्तियों की खोज में निरंतर प्रयास।
  • सफलता के आंकड़े: पिछले दो वर्षों में सैकड़ों बच्चों और बालिगों को सुरक्षित बरामद किया गया।
  • प्रौद्योगिकी का उपयोग: सीसीटीवी फुटेज और मोबाइल सर्विलांस के माध्यम से खोज में मदद।

गौतमबुद्धनगर, 1 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। पुलिस कमिश्नर गौतमबुद्धनगर लक्ष्मी सिंह के कुशल नेतृत्व और संवेदनशीलता के तहत, कमिश्नरेट पुलिस ने गुमशुदा बच्चों और बालिग व्यक्तियों की खोज के लिए एक व्यापक, त्वरित और समन्वित अभियान चलाया है। गुमशुदगी के मामलों को पुलिस ने अपनी सर्वोच्च प्राथमिकताओं में शामिल किया है, जिसके फलस्वरूप पिछले दो वर्षों में उल्लेखनीय सफलताएं मिली हैं, जिससे सैकड़ों परिवारों के चेहरे पर फिर से मुस्कान लौट आई है।

गौतमबुद्धनगर पुलिस ने गुमशुदा नाबालिग बच्चों की बरामदगी में उत्कृष्ट उपलब्धियां प्राप्त की हैं। 2024 में कमिश्नरेट क्षेत्र से कुल 150 नाबालिग बच्चे (39 बालक और 111 बालिकाएं) गुमशुदा हुए थे। पुलिस की त्वरित कार्रवाई और सघन तलाशी के चलते 36 नाबालिग बालक और 103 नाबालिग बालिकाएं सुरक्षित रूप से बरामद की गईं और उनके परिवारों को सौंपा गया।

वहीं, 2025 (अक्टूबर तक) में कुल 87 नाबालिग बच्चे (18 बालक और 69 बालिकाएं) गुमशुदा हुए, जिनमें से 12 बालक और 53 बालिकाएं सुरक्षित रूप से खोजी गईं।

गौतमबुद्धनगर पुलिस ने बालिग व्यक्तियों की खोज में भी अच्छे परिणाम प्राप्त किए हैं। 2024 में कुल 749 बालिग व्यक्ति (525 महिलाएं और 224 पुरुष) गुमशुदा हुए। पुलिस ने 315 महिलाओं और 172 पुरुषों को सुरक्षित रूप से खोजकर उनके घर लौटाया। 2025 (अक्टूबर तक) में 568 बालिग व्यक्ति (412 महिलाएं और 156 पुरुष) गुमशुदा हुए, जिनमें से अब तक 202 महिलाएं और 115 पुरुष बरामद किए जा चुके हैं।

गुमशुदा व्यक्तियों की खोज के लिए गौतमबुद्धनगर पुलिस ने कई महत्वपूर्ण रणनीतियां अपनाई हैं, जिसमें गुमशुदगी की त्वरित रिपोर्टिंग, थाना स्तर पर विशेष टीमों का गठन, सीसीटीवी फुटेज का विश्लेषण, मोबाइल सर्विलांस और तकनीकी मॉनिटरिंग शामिल है।

इन योजनाबद्ध प्रयासों के माध्यम से पिछले दो वर्षों में सैकड़ों नाबालिग बच्चों, महिलाओं और पुरुषों को सुरक्षित रूप से खोजकर उनके परिवारों से मिलाया गया है, जिससे कई परिवारों में सुरक्षा और विश्वास की भावना पुनर्जीवित हुई है।

गौतमबुद्धनगर पुलिस शेष गुमशुदा बच्चों और बालिग व्यक्तियों की खोज में निरंतर प्रयास कर रही है। तकनीक और मानव संसाधनों का सम्मिलित उपयोग करते हुए, पुलिस का लक्ष्य है कि प्रत्येक गुमशुदा व्यक्ति को सुरक्षित रूप से घर लौटाया जाए।

Point of View

तो सामाजिक सुरक्षा में महत्वपूर्ण सुधार संभव है। यह प्रयास हर नागरिक के लिए विश्वास का संचार करता है।
NationPress
09/12/2025

Frequently Asked Questions

गौतमबुद्धनगर पुलिस ने कितने गुमशुदा बच्चों को बरामद किया?
गौतमबुद्धनगर पुलिस ने पिछले दो वर्षों में सैकड़ों गुमशुदा बच्चों को बरामद किया है। 2024 में 150 और 2025 में 87 नाबालिग बच्चों की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज हुई थी।
गुमशुदा व्यक्तियों की खोज के लिए पुलिस की क्या रणनीतियां हैं?
पुलिस ने गुमशुदगी की त्वरित रिपोर्टिंग, विशेष टीमों का गठन, सीसीटीवी फुटेज का विश्लेषण, मोबाइल सर्विलांस और तकनीकी मॉनिटरिंग जैसी रणनीतियों को अपनाया है।
क्या गौतमबुद्धनगर पुलिस ने बालिग व्यक्तियों को भी बरामद किया है?
जी हां, पुलिस ने बालिग व्यक्तियों की खोज में भी सफलता प्राप्त की है। 2024 में 749 और 2025 में 568 बालिग व्यक्तियों की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज हुई थी।
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