क्या वोट चोरी का शिगूफा छोड़कर ये लोग ढोंग कर रहे हैं: गिरिराज सिंह?

सारांश
Key Takeaways
- गिरिराज सिंह ने राहुल गांधी पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
- राहुल गांधी के दावों का कोई ठोस सबूत नहीं है।
- चुनाव आयोग ने राहुल को हलफनामा दाखिल करने के लिए कहा था।
- बिहार की जनता राजनीतिक दृष्टि से प्रबुद्ध है।
- बांग्लादेशियों को मताधिकार देने का मुद्दा चर्चा में है।
पटना, 16 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने शनिवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर निशाना साधा। उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि यह वोट चोरी का शिगूफा छोड़कर ढोंग कर रहे हैं। कह रहे हैं कि 65 लाख लोगों का नाम काट दिया गया है। लेकिन, मैं कहता हूं कि अगर इन लोगों ने 65 लाख लोगों में से 65 हजार लोगों का भी नाम दिया होता, तो हमें इनकी बात पर थोड़ा भरोसा होता।
उन्होंने कहा कि अफसोस अभी तक उन्होंने अपने इन दावों को लेकर कोई सबूत पेश नहीं किया है, जिससे यह साफ जाहिर हो रहा है कि यह लोग इस तरह के दावे सिर्फ राजनीतिक माहौल बनाने के मकसद से कर रहे हैं, जिसे किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं किया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि मैं एक बात स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि अगर इन लोगों को ऐसा लगता है कि अगर इस तरह का राजनीतिक माहौल बनाने से इन्हें कोई फायदा पहुंचेगा, तो मैं समझता हूं कि यह बिल्कुल गलत है और यह इनकी गलतफहमी है। इन्हें अपनी गलतफहमी दूर कर लेनी चाहिए।
केंद्रीय मंत्री ने राहुल गांधी को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि वो लगातार वोट चोरी की बात कर रहे हैं। शायद वो इस बात को भूल रहे हैं कि कर्नाटक में उन्होंने इन्हीं वोटों के सहारे चुनाव जीता था। लेकिन, अब वो इस बात को स्वीकार करने से गुरेज कर रहे हैं। इसके अलावा, चुनाव आयोग ने भी उन्हें इस संबंध में हलफनामा दाखिल करने के लिए कहा था। लेकिन, उन्होंने अभी तक अपना हलफनामा दाखिल नहीं किया है।
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ब्लैक बोर्ड पर लोगों को पूरा गणित समझा रहे हैं। इससे अच्छा है कि आप सुप्रीम कोर्ट में इस संबंध में हलफनामा दाखिल करें। अब राहुल गांधी बिहार की धरती पर नौतंकी करने आए हैं। ये वही लोग हैं, जिन्होंने सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों की अवहेलना की थी। ये लोग दूसरों पर वोट चोरी का आरोप लगा रहे हैं। मैं कहता हूं कि ऐसे लोगों पर मुकदमाबिहार की जनता राजनीतिक दृष्टि से प्रबुद्ध है।
गिरिराज सिंह ने कहा कि राहुल गांधी को अब खुलकर यह कह देना चाहिए कि अब बांग्लादेशियों का नाम भी मतदाताओं की सूची में जोड़ दिया जाए। इनकी असली मंशा यही है। यह लोग बांग्लादेशियों को मताधिकार का अधिकार प्रदान करना चाहते हैं। लेकिन, चुनाव आयोग स्पष्ट कर चुका है कि वोट देने का अधिकार सिर्फ भारत के मूल नागरिकों को ही होगा और जिन लोगों ने भी फर्जी तरीके से यहां की नागरिकता प्राप्त की है, ऐसे सभी लोगों को चिन्हित करके उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।