क्या ग्रेटर नोएडा में आईजीआरएस पोर्टल की समीक्षा बैठक में अधिकारियों को मिले कड़े निर्देश?

सारांश
Key Takeaways
- आईजीआरएस पोर्टल की समीक्षा बैठक का आयोजन
- अधिकारियों को कड़े निर्देश
- शिकायतों का गुणवत्तापूर्ण निस्तारण आवश्यक
- लापरवाही पर सख्त कार्रवाई
- प्रतिदिन मॉनिटरिंग का निर्देश
ग्रेटर नोएडा, 23 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। ग्रेटर नोएडा के कलेक्ट्रेट सभागार में शनिवार को जिलाधिकारी मेधा रूपम की अध्यक्षता में आईजीआरएस पोर्टल की समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक में विभिन्न विभागों द्वारा पोर्टल पर दर्ज शिकायतों के निस्तारण की प्रगति, प्राप्त फीडबैक एवं डिफॉल्टर श्रेणी में आने वाले विभागों की स्थिति की विस्तार से समीक्षा की गई।
बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने असंतुष्ट फीडबैक और शिकायतों के गुणवत्तापूर्ण निस्तारण न होने पर गहरी नाराजगी व्यक्त की।
उन्होंने कहा कि शासन स्तर पर आईजीआरएस पोर्टल की प्रतिदिन मॉनिटरिंग की जाती है और उसी के आधार पर जनपद की रैंकिंग तय होती है। ऐसे में किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी.
उन्होंने विशेष रूप से उन विभागों पर नाराजगी जताई, जहां 70 प्रतिशत से अधिक शिकायतों पर असंतुष्ट फीडबैक प्राप्त हुए हैं या जिन्हें डिफॉल्टर श्रेणी में दर्ज किया गया है।
जिलाधिकारी ने अपर जिलाधिकारी (वित्त एवं राजस्व) अतुल कुमार को निर्देशित किया कि ऐसे विभागों के अधिकारियों का अग्रिम आदेश तक वेतन रोका जाए. जिलाधिकारी ने यह भी कहा कि बैठक में बिना पूर्व सूचना अनुपस्थित रहने वाले अधिकारियों का एक दिन का वेतन रोका जाए और उनके विरुद्ध स्पष्टीकरण जारी किया जाए।
उन्होंने सभी विभागीय अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि वे शिकायतों का निस्तारण केवल समयसीमा में ही नहीं, बल्कि गुणवत्तापूर्ण ढंग से सुनिश्चित करें, ताकि शिकायतकर्ता को वास्तविक समाधान मिल सके।
उन्होंने कहा कि अधिकारी प्रतिदिन अपने-अपने कार्यालय में आईजीआरएस पोर्टल की स्वयं मॉनिटरिंग करें और शिकायतकर्ताओं से दूरभाष पर वार्ता करके उनकी समस्या के समाधान की पुष्टि करें। जिलाधिकारी ने अधिकारियों को चेतावनी दी कि यदि लापरवाही दोहराई गई तो और कठोर कार्रवाई की जाएगी।
बैठक में अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व अतुल कुमार, अपर जिलाधिकारी भू-अर्जन राजेश कुमार, उप जिलाधिकारी जेवर अभय सिंह, उप जिलाधिकारी दादरी अनुज नेहरा, डिप्टी कलेक्टर वेद प्रकाश पांडे, मुख्य कोषाधिकारी शिखा गुप्ता, प्राधिकरण के प्रतिनिधि सहित अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।