क्या ग्रेटर नोएडा में अवैध कूड़ा फेंकने वालों पर कार्रवाई की गई?

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क्या ग्रेटर नोएडा में अवैध कूड़ा फेंकने वालों पर कार्रवाई की गई?

सारांश

ग्रेटर नोएडा में अवैध कूड़ा फेंकने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जा रही है। चार ट्रैक्टर-ट्रॉलियां जब्त की गईं और दो लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया। प्राधिकरण की शून्य सहनशीलता नीति के तहत यह कार्रवाई की गई है। जानें इस अभियान के बारे में अधिक जानकारी।

Key Takeaways

  • ग्रेटर नोएडा में अवैध कूड़ा फेंकने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जा रही है।
  • चार ट्रैक्टर-ट्रॉलियां जब्त की गईं और कुल दो लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया।
  • स्वच्छता को लेकर शून्य सहनशीलता की नीति अपनाई गई है।
  • अवैध कूड़ा फेंकने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
  • आम नागरिकों से अवैध फेंकने की गतिविधियों की सूचना देने की अपील की गई है।

ग्रेटर नोएडा, 15 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। स्वच्छता व्यवस्था को बनाए रखने के लिए, ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की टीम लगातार अभियान चला रही है ताकि अवैध रूप से कूड़ा फेंकने वालों पर कार्रवाई की जा सके। इसी संदर्भ में, म्यू क्षेत्र के निकट गश्त के दौरान क्विक रेस्पांस टीम ने मंगलवार को तीन ट्रैक्टर-ट्रॉलियों को पकड़ा, जो गुपचुप तरीके से खाली स्थानों पर कूड़ा गिरा रही थीं। इसके बाद, टीम ने बुधवार को सेक्टर-12 के सेल्टर के पास एक और ट्रैक्टर-ट्रॉली को अवैध रूप से कूड़ा गिराते हुए पकड़ लिया।

स्वास्थ्य विभाग के महाप्रबंधक आर. भारती ने बताया कि सभी चार ट्रैक्टर-ट्रॉलियों को तुरंत जब्त किया गया है। इसके साथ ही, प्रत्येक वाहन मालिक पर 50-50 हजार रुपये का स्पॉट फाइन लगाया गया, जिससे कुल 2 लाख रुपये का जुर्माना वसूला गया।

आर. भारती ने स्पष्ट किया कि प्राधिकरण ने शहर की स्वच्छता को लेकर शून्य सहनशीलता की नीति अपनाई है। बार-बार चेतावनी देने के बावजूद कुछ लोग सुनसान स्थानों और खाली प्लॉटों में कूड़ा फेंकने से बाज नहीं आ रहे हैं। ऐसे लोगों के खिलाफ न केवल चालान किया जाएगा, बल्कि आवश्यकता पड़ने पर कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी।

उन्होंने बताया कि शहर के विभिन्न हिस्सों में सीसीटीवी कैमरे और विशेष टीमें नियमित रूप से निगरानी कर रही हैं। क्यूआरटी को निर्देश दिए गए हैं कि जहां कहीं भी कूड़ा फेंकने की गतिविधि दिखे, तुरंत मौके पर पहुंचकर कड़ी कार्रवाई की जाए। साथ ही, आम नागरिकों से भी अपील की गई है कि यदि कहीं अवैध तरीके से कूड़ा फेंका जाता दिखे तो प्राधिकरण के हेल्पलाइन नंबर या मोबाइल ऐप के माध्यम से सूचना दें।

महाप्रबंधक ने कहा कि स्वच्छ और सुंदर ग्रेटर नोएडा बनाने में प्रशासन के साथ-साथ नागरिकों की भूमिका भी महत्वपूर्ण है। जो लोग खुले में कूड़ा फेंककर पर्यावरण को नुकसान पहुंचाते हैं, वे न केवल कानून तोड़ रहे हैं, बल्कि समाज के स्वास्थ्य के साथ भी खिलवाड़ कर रहे हैं। प्राधिकरण ने चेतावनी दी है कि भविष्य में यदि किसी वाहन चालक या संस्थान को अवैध तरीके से कूड़ा गिराते पाया गया तो उससे कम से कम 1 लाख रुपये तक का भारी जुर्माना वसूला जाएगा और उसका वाहन स्थायी रूप से जब्त किया जा सकता है।

Point of View

यह स्पष्ट है कि स्वच्छता एक सामूहिक जिम्मेदारी है। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण द्वारा उठाए गए कदम न केवल नगर की स्वच्छता को सुनिश्चित करते हैं, बल्कि समाज में पर्यावरण के प्रति जागरूकता भी बढ़ाते हैं। हमें सहयोग करना चाहिए ताकि हम अपने शहर को साफ और सुंदर बना सकें।
NationPress
16/10/2025

Frequently Asked Questions

ग्रेटर नोएडा में अवैध कूड़ा फेंकने वालों पर क्या कार्रवाई की गई?
ग्रेटर नोएडा में चार ट्रैक्टर-ट्रॉलियां जब्त की गईं और दो लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है।
स्वच्छता को लेकर प्राधिकरण की नीति क्या है?
प्राधिकरण ने स्वच्छता को लेकर शून्य सहनशीलता की नीति अपनाई है।
क्यूआरटी क्या है?
क्यूआरटी का मतलब क्विक रेस्पांस टीम है, जो अवैध कूड़ा फेंकने वालों पर नजर रखती है।