क्या ग्रेटर नोएडा में 10वीं की छात्रा ने आत्महत्या की? स्कूल प्रशासन पर गंभीर आरोप हैं
सारांश
Key Takeaways
- छात्रा की आत्महत्या ने मानसिक स्वास्थ्य के मुद्दे को उजागर किया।
- स्कूल प्रशासन को जवाबदेह ठहराने की मांग बढ़ रही है।
- पुलिस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है।
ग्रेटर नोएडा, 27 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। ग्रेटर नोएडा से एक अत्यंत दुखद और चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहाँ कक्षा 10वीं में पढ़ने वाली एक 16 वर्षीय छात्रा ने कथित रूप से मानसिक प्रताड़ना के कारण आत्महत्या कर ली।
यह घटना ग्रेटर नोएडा वेस्ट के बिसरख थाने के अंतर्गत गौर सिटी में हुई। छात्रा ने बीती रात लगभग 2 बजकर 15 मिनट पर 8वीं मंजिल से छलांग लगाकर अपनी जीवनलीला समाप्त कर दी, जिससे पूरे क्षेत्र में हड़कंप मच गया।
जानकारी के अनुसार, छात्रा पर हाल ही में आयोजित प्री-बोर्ड परीक्षा के दौरान मोबाइल फोन के जरिए एआई टूल का उपयोग कर नकल करने का आरोप लगा था। परीक्षा के दौरान शिक्षकों को संदेह हुआ, जिसके बाद छात्रा से पूछताछ की गई और उसका मोबाइल फोन जब्त कर लिया गया। आरोप है कि पूछताछ के दौरान शिक्षकों और स्कूल के प्रिंसिपल ने छात्रा को कठोर सवालों का सामना करना पड़ा और उसे सभी के सामने अपमानित किया गया।
छात्रा के पिता ने इस मामले में बिसरख थाने में शिकायत दर्ज कराई है। उनका आरोप है कि उनकी बेटी को स्कूल में मानसिक रूप से प्रताड़ित किया गया, जिससे वह गंभीर तनाव में चली गई और अंत में यह भयानक कदम उठाने को मजबूर हुई। उन्होंने स्कूल प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि उनकी बेटी को सार्वजनिक रूप से दोषी ठहराया गया और उसका आत्म-सम्मान तोड़ा गया।
छात्रा के पिता ने बताया कि घटना के बाद स्कूल प्रशासन अब अपने ऊपर लगे आरोपों से बचने की कोशिश कर रहा है। उन्होंने भावुक होते हुए कहा कि मेरी बेटी को न्याय मिलना चाहिए। मेरी बेटी को मानसिक रूप से तोड़ा गया, हत्यारा स्कूल है।
पीड़िता के पिता ने यह भी कहा कि उनके दो अन्य बच्चे भी उसी स्कूल में पढ़ते हैं, एक कक्षा 9वीं में और दूसरा कक्षा 4वीं में। उन्हें चिंता है कि अब स्कूल प्रशासन उनके बच्चों को स्कूल से निकाल सकता है।
फिलहाल, पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और मामले की गंभीरता से जांच शुरू कर दी है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि सभी पहलुओं की जांच की जा रही है, जिसमें स्कूल प्रशासन की भूमिका, पूछताछ की प्रक्रिया और छात्रा पर पड़े मानसिक प्रभाव को भी शामिल किया गया है।