क्या ग्रेटर नोएडा में मां-बेटे ने खुदकुशी की? जानें बच्चे की बीमारी से कैसे थे परेशान

सारांश
Key Takeaways
- मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान देना आवश्यक है।
- परिवारों को समर्थन प्रदान करना चाहिए।
- संवेदनशील मुद्दों पर खुले संवाद की आवश्यकता है।
- सुसाइड नोट से संकेत मिलता है कि परिवारिक तनाव महत्वपूर्ण हो सकता है।
- पुलिस जांच मामले के सभी पहलुओं को समझने में सहायक है।
ग्रेटर नोएडा, 13 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। ग्रेटर नोएडा वेस्ट के बिसरख थाना क्षेत्र की एसीई सिटी सोसाइटी में शनिवार को एक दुखद घटना घटित हुई। एक महिला और उसके बेटे ने इमारत की 13वीं मंजिल से कूदकर आत्महत्या कर ली।
पुलिस ने घटनास्थल से सुसाइड नोट बरामद किया है और शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर मामले की जांच प्रारंभ कर दी है।
पुलिस के अनुसार, मृतकों की पहचान साक्षी चावला (37 वर्ष) और उसके बेटे दक्ष चावला (11 वर्ष) के रूप में हुई। वे एसीई सिटी सोसाइटी में निवास करते थे। साक्षी का पति गुरुग्राम में चार्टर्ड अकाउंटेंट (सीए) है। घटना के समय पति घर पर ही मौजूद था।
पति ने बताया कि सुबह करीब 9 बजे वह उठा तो उसने अपनी पत्नी से बच्चे को दवा देने को कहा और फिर कमरे में चला गया। कुछ ही देर बाद बाहर आकर उसे घटना का पता चला।
पुलिस पूछताछ और चिन्हित साक्ष्यों के अनुसार, लड़के का मानसिक स्वास्थ्य ठीक नहीं था और वह काफी समय से इलाज करवा रहा था। पड़ोसियों और परिजनों का कहना है कि मां लंबे समय से बेटे की देखभाल और उसकी बीमारी के कारण परेशान थी।
पुलिस ने मौके से सुसाइड नोट भी कब्जे में लिया है, जिसमें महिला ने अपने पति के लिए सॉरी लिखा है और कहा कि वे दुनिया छोड़कर जा रहे हैं। उनकी मौत के लिए किसी को जिम्मेदार न माना जाए।
पुलिस ने पंचनामा भरकर शव पोस्टमार्टम के लिए भेजे और इलाके की सीसीटीवी फुटेज, सुसाइड नोट की विवेचना और फोन रिकॉर्ड की जांच प्रारंभ की है। बिसरख थाना प्रभारी ने कहा है कि मामले के सभी पहलुओं की गहन जांच की जा रही है।