क्या जीएसटी कटौती से देश का हर नागरिक होगा सशक्त? आम लोगों ने पीएम मोदी को कहा धन्यवाद

सारांश
Key Takeaways
- जीएसटी कटौती से नागरिकों को सशक्त बनाने का कदम।
- आवश्यक वस्तुओं पर जीएसटी में कमी।
- लघु उद्यमों को लाभ मिलेगा।
- शिक्षा के क्षेत्र में सुधार।
- आर्थिक वृद्धि में योगदान।
नई दिल्ली, 4 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। आम नागरिकों ने जीएसटी 2.0 सुधारों की प्रशंसा करते हुए कहा है कि जीएसटी कटौती से हर व्यक्ति को सशक्त बनाया जाएगा।
शाक्य सिंह महापात्रा ने न्यूज एजेंसी राष्ट्र प्रेस से कहा, "जीएसटी सुधार के इस निर्णय ने प्रधानमंत्री मोदी के 'सबका साथ सबका विकास' मॉडल की गूंज को श्रीनगर से कन्याकुमारी तक बढ़ाया है। जीएसटी काउंसिल के इस निर्णय का जश्न मनाया जा रहा है, क्योंकि अब जीएसटी केवल 5 प्रतिशत और 18 प्रतिशत पर सीमित हो गया है। इसके अलावा, सिन गुड्स पर 40 प्रतिशत की दर निर्धारित की गई है। यह निर्णय लघु एवं सूक्ष्म उद्यमों के लिए भी लाभदायक होगा, क्योंकि अब उन्हें बैंकों से अतिरिक्त लोन की आवश्यकता नहीं रहेगी।"
महापात्रा ने बताया कि जीएसटी के संबंध में यह निर्णय जनता की मांग पर आधारित है। व्यक्तिगत स्वास्थ्य और जीवन बीमा प्रीमियम पर जो जीएसटी 18 प्रतिशत था, अब उसे शून्य कर दिया गया है।
उन्होंने कहा कि चिकित्सा उपकरणों और आवश्यक दवाओं पर जो जीएसटी पहले अधिक था, अब यह केवल 5 प्रतिशत हो गया है। शिक्षा के क्षेत्र में, नेशनल एजुकेशन पॉलिसी के तहत जीएसटी पूरी तरह से खत्म कर दिया गया है, जिससे शिक्षा की लागत कम हो गई है।
कुल मिलाकर, यह निर्णय देश के प्रत्येक नागरिक को सशक्त बनाने वाला है और हम सभी भारत के नागरिक मोदी सरकार और जीएसटी काउंसिल को धन्यवाद देते हैं।
रोशन कुमार नीरज ने कहा कि जीएसटी में कटौती से खाद्य सामग्री सस्ती होगी। इसके अलावा, ऑटोमोबाइल सेक्टर में डीजल हाइब्रिड कारों और तिपहिया वाहनों पर जीएसटी 28 प्रतिशत से घटाकर 18 प्रतिशत कर दिया गया है।
उन्होंने कहा, "इससे लोगों का टैक्स बचेगा, दाम कम होंगे, क्रय शक्ति बढ़ेगी और अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलेगा।"
बिप्लब कुमार ने कहा, "यह एक बहुत अच्छा निर्णय है और इससे हर सेक्टर का ध्यान रखा गया है। एमएसएमई को इसका सीधा लाभ मिलेगा।"
सिखित ने कहा, "यह मध्यम वर्ग के लोगों के लिए एक बेहतरीन निर्णय है, क्योंकि पहले यह उच्च जीएसटी से प्रभावित थे, अब हमारे पास सरल जीएसटी है।"