क्या जीएसटी सुधारों से इस त्योहारी सीजन में 10 साल की बिक्री का रिकॉर्ड टूटा?

सारांश
Key Takeaways
- जीएसटी सुधारों ने उपभोक्ता विश्वास को बढ़ाया है।
- त्योहारी सीजन में रिकॉर्ड बिक्री हुई है।
- गाड़ियों की कीमतों में गिरावट आई है।
- मारुति, महिंद्रा और टाटा की बिक्री में वृद्धि हुई है।
- सेस को समाप्त करके प्रणाली को सरल बनाया गया है।
नई दिल्ली, 5 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। अगली पीढ़ी के जीएसटी सुधारों का अर्थव्यवस्था पर गहरा प्रभाव देखने को मिला है और इस बार के त्योहारी सीजन में रिकॉर्ड बिक्री हुई है। यह जानकारी विशेषज्ञों ने रविवार को साझा की।
अर्थशास्त्री विनोद रावल ने बताया कि नए जीएसटी सुधारों के लाभ जमीनी स्तर पर स्पष्ट हैं।
उन्होंने राष्ट्र प्रेस से कहा, "त्योहारों का सीजन शुरू हो चुका है। नवरात्रि के दौरान आमतौर पर 45 प्रतिशत त्योहारी बिक्री होती है, लेकिन इस बार पिछले 10 सालों का रिकॉर्ड टूट गया है।"
रावल ने आगे कहा, "मारुति ने 1,65,000 कारों की डिलीवरी की है, महिंद्रा की बिक्री पिछले साल की तुलना में 60 प्रतिशत बढ़ी है, हुंडई ने एसयूवी सेगमेंट में 72 प्रतिशत हिस्सेदारी हासिल की है और टाटा ने 50,000 वाहन बेचे हैं।"
उन्होंने कहा कि जीएसटी का मूल उद्देश्य "एक राष्ट्र, एक कर" था और नए जीएसटी सुधार द्वारा सेस को समाप्त करके प्रणाली को सरल बनाया गया है।
रावल ने बताया, "नए जीएसटी सुधार के बाद रिफंड जल्दी आने लगे हैं। जब आपका रिफंड जल्दी मिलता है, तो इसका प्रभाव तुरंत दिखाई देता है। यह सुधार बाजार में एक बड़ा बदलाव ला रहा है।"
उन्होंने कहा, "अगली पीढ़ी के जीएसटी का प्रभाव साफ तौर पर देखा जा सकता है। आप नहीं कह सकते कि इसका प्रभाव भविष्य में दिखेगा, यह अब स्पष्ट है।"
निसान इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के पूर्व प्रबंध निदेशक अरुण मल्होत्रा ने कहा कि जीएसटी सुधार ने ऑटोमोबाइल उद्योग को काफी मजबूती प्रदान की है।
उन्होंने कहा, "95 प्रतिशत वाहनों की कीमतों में 8-10 प्रतिशत की गिरावट आई है। पहली नवरात्रि के बाद से, उद्योग में मांग में तेज वृद्धि देखी गई है, जो कम कीमतों और चल रहे त्योहारी ऑफर्स के कारण है।"
अन्य विशेषज्ञों का मानना है कि अगली पीढ़ी के जीएसटी सुधार ने न केवल कर संरचना को सरल बनाया है, बल्कि उपभोक्ता विश्वास को भी मजबूत किया है, जिससे एक मजबूत त्योहारी सीजन की नींव रखी गई है।