क्या जीएसटी सुधार देश की अर्थव्यवस्था को सशक्त बनाएगा?

सारांश
Key Takeaways
- जीएसटी सुधार अर्थव्यवस्था को सशक्त बनाने में सहायक हैं।
- सुधारों की निरंतरता आवश्यक है।
- कांग्रेस का विरोध एक राजनीतिक रणनीति है।
- प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में सुधार हुए हैं।
- आर्थिक संतुलन की आवश्यकता है।
नई दिल्ली, 4 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। भाजपा के वरिष्ठ नेता मुख्तार अब्बास नकवी ने जीएसटी काउंसिल की 56वीं बैठक में किए गए सुधारों के निर्णय को देशहित में बताया। उनका कहना है कि ये सुधार देश की अर्थव्यवस्था को संतुलन और सशक्तीकरण की दिशा में ले जाने वाले हैं।
नकवी ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा, "सुधार और सरलीकरण की सोच आर्थिक संतुलन और सशक्तीकरण की जीवनरेखा है। यदि कोई देश इस व्यापक सुधार और सरलीकरण के दृष्टिकोण के साथ आगे बढ़ता है, तो उसकी आर्थिक ताकत और प्रगति निश्चित रूप से सुनिश्चित होती है।"
उन्होंने बताया, "जीएसटी का यह सफर वर्ष 2000 में शुरू हुआ था। उस समय कई समितियों ने सुझाव दिए थे, लेकिन यह मुद्दा आगे नहीं बढ़ पाया। हालांकि, जब पीएम मोदी ने देश की कमान संभाली, तब इस संबंध में बिल संसद में पेश किया गया और लोकसभा में यह पास भी हुआ, लेकिन जब राज्यसभा की बारी आई, तो कांग्रेस ने इसका विरोध शुरू कर दिया। हालांकि, 2017 में यह ऐतिहासिक बिल पास हुआ। इस दौरान हमारे देश ने आर्थिक, सामाजिक, शैक्षणिक और प्रशासनिक सुधार किए। मुझे लगता है कि कोई भी सुधार अंतिम नहीं होता। संभावनाओं और अनुभवों के अनुसार, लोगों की बेहतरी के लिए कई सुधार किए जाते हैं।"
भाजपा नेता मुख्तार अब्बास नकवी ने कांग्रेस द्वारा जीएसटी सुधारों में देरी पर उठाए गए सवालों का जवाब देते हुए कहा, "कांग्रेस पार्टी की सबसे बड़ी दिक्कत यह है कि वे पहले काल्पनिक भ्रम पैदा करने की कोशिश करती हैं। बाद में जब कोई सुधार किया जाता है, तो कांग्रेस कहती है कि हमने ही ऐसा करने के लिए कहा था, लेकिन कुछ दिन बाद वे अपने बयान से पलट जाते हैं। कांग्रेस को पहले यह तय कर लेना चाहिए कि वे किस दिशा में जाना चाहती हैं।"
उन्होंने कहा, "कांग्रेस पार्टी आर्थिक, सामाजिक, शैक्षणिक और प्रशासनिक सुधारों पर केवल हमले करती है। कांग्रेस का स्वागत भी छल से भरा है। कांग्रेस हर बहस का हिस्सा रही है, लेकिन अगर आप भ्रम फैलाने में लगे हैं, तो यही आपका रवैया बन गया है।"
मुख्तार अब्बास नकवी ने राहुल गांधी के 'हाइड्रोजन बम' वाले बयान पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा, "राहुल गांधी कभी एटम तो कभी हाइड्रोजन बम की धमकी देंगे तो ऐसा लगेगा कि उन्होंने बचपन में इन खिलौनों को देखा है। सामाजिक और राजनीतिक क्षेत्र में यदि वे बम और गोले चलाकर सत्ता के अपहरण की कोशिश करेंगे तो कभी सफल नहीं हो पाएंगे। कांग्रेस की सबसे बड़ी दिक्कत ही राजनीति के क्षेत्र से उनका सूपड़ा साफ करती जा रही है।"
उन्होंने कहा, "जिस तरह से पीएम मोदी के खिलाफ अपशब्द कहे गए, उस पर न तो कांग्रेस पार्टी और न ही उनके सहयोगियों ने निंदा की।"