क्या जीएसटी सुधार से सूरत के कारोबारियों को मिलेगा फायदा?

सारांश
Key Takeaways
- जीएसटी में सुधार से गरीबों और सामान्य वर्ग को लाभ मिलेगा।
- दीपावली से पहले खरीदारी में वृद्धि होगी।
- छोटे कारोबारी भी राहत महसूस करेंगे।
- उत्पादों की कीमतें कम होंगी।
- यह सुधार अर्थव्यवस्था को मजबूती देगा।
सूरत, 4 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। जीएसटी में किए गए सुधार का औद्योगिक नगरी सूरत के कारोबारियों ने उत्साहपूर्वक स्वागत किया। उनका कहना है कि मोदी सरकार ने जीएसटी में बदलाव करके गरीब और सामान्य वर्ग के लोगों को एक महत्वपूर्ण सौगात दी है। सूरत के कारोबारियों के अनुसार, यह कदम सरकार की ओर से सराहनीय है।
कारोबारियों का मानना है कि मोदी सरकार का यह निर्णय दीपावली से पहले एक नई शुरुआत के समान होगा। इससे लोगों की बचत और खरीदारी में वृद्धि होगी, जिससे कारोबार में भी वृद्धि देखी जाएगी। इस प्रकार, भारतीय अर्थव्यवस्था में भी सुधार की संभावना है। सामान्य और छोटे कारोबारी इस निर्णय की सराहना कर रहे हैं।
जोटा फार्मास्युटिकल एंड दवा इंडिया के एमडी केतन जोटा ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में बताया कि फार्मास्युटिकल उत्पादों के कर को घटाकर 5 प्रतिशत किया गया है। इससे निश्चित रूप से आम जनता को लाभ होगा। केंद्र सरकार का यह निर्णय स्वागत योग्य है और इसके दीर्घकालिक प्रभाव दिखाई देंगे। उपभोक्ता को औसतन 8 प्रतिशत तक का लाभ एमआरपी पर मिल सकता है।
फेडरेशन ऑफ टेक्सटाइल एंड ट्रेडर्स एसोसिएशन के चेयरमैन कैलाश हाकिम ने कहा कि पीएम मोदी की घोषणा के बाद से लोगों में दीपावली से पहले का उत्साह था। यह एक बेहतर रिफॉर्म है, जिससे जनता को राहत मिलेगी और देश की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी।
जेम्स एंड ज्वेलरी एसोसिएशन के प्रदेश प्रमुख नैनेश पच्चीगर ने कहा कि जीएसटी में चार स्लैब की जगह दो स्लैब कर दिए गए। इस कटौती से मध्यमवर्गीय लोगों को सीधा फायदा होगा। उत्पादों की कीमतों में कमी आएगी, जबकि जेम्स एंड ज्वेलरी सेक्टर को टैरिफ के कारण चिंता है। इस सेक्टर पर जीएसटी की दर 3 प्रतिशत है, जिसमें कोई बदलाव नहीं किया गया है।
जीएसटी सुधारों पर एक स्थानीय व्यक्ति का कहना है, "जीएसटी से अब तक आम आदमी को जो कठिनाइयां आ रही थीं, वे काफी हद तक कम हो जाएंगी, और इस सुधार से उनके जीवन को सबसे अधिक लाभ होगा।"