क्या जीएसटी सुधार और स्वदेशी अपील से रायबरेली-मुरादाबाद के लोगों में उत्साह बढ़ा?

सारांश
Key Takeaways
- जीएसटी सुधारों से व्यवसायों को लाभ होगा।
- स्वदेशी उत्पादों को अपनाने की अपील की गई है।
- 22 सितंबर से जीएसटी बचत उत्सव शुरू होगा।
- त्योहारी सीजन में बाजार में रौनक बढ़ने की संभावना है।
- आर्थिक लाभ सभी वर्गों के लिए उपलब्ध होगा।
रायबरेली-मुरादाबाद, 21 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। जीएसटी सुधारों और स्वदेशी अपील पर पीएम मोदी के संबोधन से उत्तर प्रदेश के रायबरेली और मुरादाबाद के लोगों में उत्साह देखने को मिला।
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में देशवासियों से बचत उत्सव मनाने और स्वदेशी वस्तुओं को अपनाने की अपील की।
उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद और रायबरेली के निवासियों ने इस कदम का स्वागत करते हुए खुशी जाहिर की और इसे व्यापारियों और आम जनता के लिए लाभकारी बताया।
रायबरेली के निवासी महेंद्र गोयल ने कहा कि जीएसटी सुधारों से व्यापारियों को बहुत लाभ होगा। हम इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का धन्यवाद करते हैं।
राजेंद्र अवस्थी ने कहा कि जीएसटी में छूट दी जा रही है, टैक्स कम किया गया है। इससे व्यापारियों और आम जनता दोनों को फायदा होगा।
अतुल कुमार गुप्ता ने उत्साह जताते हुए कहा कि मैं प्रधानमंत्री मोदी का आभार व्यक्त करता हूं। यह सुधार नवरात्रि के मौके पर उपभोक्ताओं के लिए एक तोहफा है। इससे आम लोगों को काफी लाभ होगा और खरीदारी में इजाफा देखने को मिलेगा।
मुरादाबाद के मोहम्मद हाफिज ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने बिल्कुल सही कहा है कि जीएसटी दरों में कमी से काफी लाभ होगा। उनकी स्वदेशी अपील भी उचित है। हमें भारत में बने उत्पादों को खरीदना चाहिए।
राहुल अग्रवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री ने बहुत बड़ा कदम उठाया है। जीएसटी में कमी से जनता को सीधा लाभ होगा। मुझे लगता है कि त्योहारी सीजन में बाजारों में रौनक बढ़ेगी।
इससे पहले पीएम नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि त्योहारों के इस मौसम में सबका मुंह मीठा होगा। 22 सितंबर से देश में जीएसटी बचत उत्सव शुरू होने जा रहा है। इस जीएसटी बचत उत्सव में आपकी बचत बढ़ेगी और आप अपनी पसंद की चीजों को और ज्यादा आसानी से खरीद पाएंगे। हमारे देश के गरीब, मध्यम वर्गीय लोग, युवा, किसान, महिलाएं, दुकानदार, व्यापारी और उद्यमी को इस बचत उत्सव का बहुत फायदा होगा। यानी, त्योहारों के इस मौसम में सभी का मुंह मीठा होगा। यह बचत उत्सव समाज के सभी वर्गों के लिए है, ताकि सभी को आर्थिक लाभ हो सके। 22 सितंबर से आम लोगों की जिंदगी में बड़े बदलाव देखने को मिलेंगे।