क्या गुजरात में गिर सफारी की फर्जी बुकिंग का भंडाफोड़ हुआ? 3 आरोपी गिरफ्तार

सारांश
Key Takeaways
- गुजरात साइबर क्राइम सेल ने फर्जी बुकिंग वेबसाइट का भंडाफोड़ किया।
- तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है।
- आधिकारिक वेबसाइट के माध्यम से ही बुकिंग करें।
- धोखाधड़ी से बचने के लिए नियमों का पालन करें।
- सरकार ने सुरक्षा उपाय किए हैं।
गांधीनगर, १३ अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। गुजरात साइबर क्राइम सेल ने एक फर्जी बुकिंग वेबसाइट के माध्यम से बड़े घोटाले का खुलासा किया है। इस कार्रवाई में टीम ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जो गिर सफारी की फर्जी बुकिंग के जरिए लोगों के साथ ठगी कर रहे थे।
एसपी विवेक भेड़ा ने बताया कि गिर टूरिज्म के लिए गुजरात सरकार और फॉरेस्ट विभाग ने नागरिकों को एक सुरक्षित सफारी अनुभव प्रदान करने के लिए एक आधिकारिक वेबसाइट शुरू की है। इसी वेबसाइट के माध्यम से लोग गिर सफारी की बुकिंग कर सकते हैं।
आधिकारिक वेबसाइट के अलावा किसी भी व्यावसायिक एजेंट द्वारा या थोक बुकिंग की अनुमति नहीं है। यह बात वेबसाइट के नियम और शर्तों में स्पष्ट रूप से उल्लेखित है। फिर भी, कुछ लोगों ने लाभ की लालच में फर्जी वेबसाइट बनाकर टिकटों की कमी का फायदा उठाया और उन्हें अत्यधिक दामों पर बेचा। त्योहारों के समय टिकटों के दाम दो-तीन गुना तक बढ़ा दिए गए।
जांच में पता चला कि एक व्यक्ति एक दिन में केवल एक परमिट प्राप्त कर सकता है, लेकिन आरोपी फर्जी तरीके से एक से अधिक टिकट और ई-परमिट जेनरेट कर रहे थे। पिछले दो वर्षों में कुल ८०,००० बुकिंग में से १२,००० से अधिक बुकिंग इसी फर्जी वेबसाइट के माध्यम से की गई। आरोपियों ने तकनीकी खामियों का लाभ उठाकर थोक बुकिंग की।
मामले में दो फर्जी वेबसाइटों के मालिकों सहित तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। हालांकि, पकड़े गए आरोपी पहले से किसी बड़े अपराध में शामिल नहीं थे।
एसपी विवेक भेड़ा ने कहा कि इस घोटाले से न केवल स्थानीय पर्यटन को नुकसान हुआ, बल्कि यात्रियों को भी भारी कीमत चुकानी पड़ी।
उन्होंने कहा कि अंतर-राज्य जांच टीम अन्य संदिग्धों और फर्जी बुकिंग नेटवर्क की पड़ताल कर रही है। अधिकारी यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि सभी दोषियों की पहचान कर कानूनी कार्रवाई की जाए और भविष्य में ऐसे घोटालों को रोका जा सके।
उन्होंने जनता से आग्रह किया कि केवल सरकारी वेबसाइट के माध्यम से ही बुकिंग करें ताकि धोखाधड़ी से बचा जा सके और पर्यटन सुरक्षित बना रहे।