क्या हर्ष संघवी ने शारदीय नवरात्रि के पहले दिन अंबिका निकेतन मंदिर में पूजा की?

सारांश
Key Takeaways
- हर्ष संघवी ने अंबिका निकेतन मंदिर में पूजा की।
- नवरात्रि का पर्व गुजरात में धूमधाम से मनाया जाता है।
- जीएसटी सुधारों ने छोटे व्यापारियों को लाभ पहुंचाया है।
- मंदिरों में भक्तों की भारी भीड़ देखी गई।
- स्वदेशी उत्पादों की मांग बढ़ी है।
सूरत, २२ सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी ने शारदीय नवरात्रि के पहले दिन सूरत के सबसे प्राचीन अंबिका निकेतन मंदिर में माता अम्बा की पूजा-अर्चना की।
इस अवसर पर उन्होंने मां अम्बे का जयकारा लगाया और प्रदेशवासियों की सुख-शांति व मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए प्रार्थना की। नवरात्रि के इस पावन पर्व पर मंदिर में भक्तों की भारी भीड़ देखी गई, जो माता के दर्शन के लिए उत्साहित थे।
मंत्री संघवी ने कहा, "आज नवरात्रि का पहला दिन है और मैंने माता अम्बा से अपने राज्य के नागरिकों के लिए शांति, सुरक्षा और उनकी सभी मनोकामनाओं की पूर्ति की प्रार्थना की है। यह पर्व हमारी संस्कृति और आस्था का प्रतीक है। मैंने माता के चरणों में प्रदेश की समृद्धि और खुशहाली के लिए आशीर्वाद मांगा। गुजरात में लोग मां की भक्ति में डूबे हुए हैं। यह पर्व सभी के जीवन में सुख, समृद्धि और शांति लाए।"
नवरात्रि का यह पर्व गुजरात में विशेष रूप से उत्साह के साथ मनाया जाता है और इस दौरान व्यापारियों के लिए यह अवधि दीपावली की शुरुआत की तरह होती है। हर्ष संघवी ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा लागू जीएसटी सुधारों के कारण छोटे व्यापारियों को काफी लाभ हुआ है। जीएसटी में कटौती के चलते बाजारों में ग्राहकों की कतारें देखी जा रही हैं और लोग स्वदेशी उत्पादों की मांग कर रहे हैं। उन्होंने इसे स्वदेशी भावना की बड़ी जीत करार दिया।
हर्ष संघवी ने कहा, "प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में लागू जीएसटी सुधारों ने छोटे व्यापारियों को नई ताकत दी है। इस नवरात्रि में बाजारों में रौनक छाई हुई है और लोग स्वदेशी वस्तुओं को प्राथमिकता दे रहे हैं। यह आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।"
नवरात्रि के दौरान व्यापारियों को देर रात तक अपनी दुकानें खोलने की अनुमति दी गई है। इसके लिए पुलिस प्रशासन को निर्देश दिए गए हैं कि वे व्यापारियों को सुरक्षित और सुगम वातावरण प्रदान करें ताकि वे अपनी पूरी क्षमता के साथ व्यापार कर सकें।