क्या गुजरात सरकार ने टूरिस्ट डेस्टिनेशन की क्वालिटी को बेहतर बनाने के लिए 'डिस्ट्रिक्ट टूरिज्म डेवलपमेंट सोसाइटी' का गठन किया?
सारांश
Key Takeaways
- गुजरात में 'डिस्ट्रिक्ट टूरिज्म डेवलपमेंट सोसाइटी' का गठन।
- स्थानीय आवश्यकताओं के अनुसार योजनाएँ बनाना।
- बढ़ते हुए टूरिज्म के लिए वित्तीय स्वतंत्रता।
- स्थानीय रोजगार के अवसर पैदा करना।
- टूरिज्म सर्विस की गुणवत्ता में सुधार।
गांधीनगर, 10 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। गुजरात के हर जिले में टूरिज्म सुविधाओं के समग्र विकास और टूरिस्ट डेस्टिनेशन पर इंतजाम की गुणवत्ता को सुधारने और इसे तेजी से लागू करने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के निर्देश पर बुधवार को उपमुख्यमंत्री हर्ष संघवी की अध्यक्षता में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में 'डिस्ट्रिक्ट टूरिज्म डेवलपमेंट सोसाइटी' के गठन का निर्णय लिया गया।
11वें राज्य स्तर के थिंक टैंक में जिले के टूरिस्ट डेस्टिनेशन को प्राथमिकता देने के लिए एक मजबूत और वित्तीय रूप से स्वतंत्र डिस्ट्रिक्ट टूरिज्म डेवलपमेंट सोसाइटी स्थापित करने की योजना पर विस्तार से चर्चा की गई।
इस सोसाइटी का मुख्य उद्देश्य टूरिस्ट डेस्टिनेशन के समग्र विकास के लिए जिला स्तर पर समन्वित, त्वरित और प्रभावी कार्रवाई करना है। इसके साथ ही स्थानीय आवश्यकताओं और टूरिज्म पोटेंशियल के आधार पर शॉर्ट-टर्म और लॉन्ग-टर्म योजना बनाना और राज्य सरकार की योजनाओं का लाभ उठाकर जिले के टूरिस्ट/तीर्थ स्थलों को वैश्विक स्तर पर विकसित करना है।
इसमें एक गवर्निंग काउंसिल और एक एग्जीक्यूटिव काउंसिल का गठन किया जाएगा। कलेक्टर/म्युनिसिपल कमिश्नर चेयरमैन होंगे। इसमें जिला स्तर के आवश्यक अधिकारी, चुने गए प्रतिनिधि, टूरिज्म से जुड़े संगठन और बोर्ड के प्रतिनिधि शामिल होंगे। वे नीति-निर्णय, योजना, फंडिंग, परियोजना का रिव्यू और विकास से जुड़े कार्यों की निगरानी करेंगे।
सोसाइटी के तहत 5 लाख रुपये तक की ग्रांट और वर्ष के दौरान हर जिले में 10 करोड़ रुपये दिए जाएंगे। सीएसआर फंड, उपयोगकर्ता शुल्क, चार्ज आदि अन्य स्रोतों से फंड जुटाने की शक्ति दी जाएगी। सिंगल नोडल बैंक अकाउंट के माध्यम से पारदर्शी वित्तीय प्रबंधन की सुविधा भी उपलब्ध होगी।
इस सोसाइटी के तहत बड़े टूरिज्म डेवलपमेंट कार्य किए जाएंगे, जिनमें स्थानों की सुंदरता और इंफ्रास्ट्रक्चर का विकास, सफाई, पीने का पानी, टॉयलेट, पार्किंग, ट्रैफिक प्रबंधन आदि की व्यवस्था शामिल होगी। साइनेज, सूचना केंद्र, और गाइड ट्रेनिंग की व्यवस्था भी होगी। पीपीपी मॉडल के तहत कैफेटेरिया, सोवेनियर शॉप आदि की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। स्थानीय रोजगार बढ़ाने के लिए कॉटेज, हैंडीक्राफ्ट, गेम्स, और सांस्कृतिक गतिविधियों को शामिल किया जाएगा।
इससे योजना जिला स्तर से की जा सकेगी, जिससे कार्यान्वयन में तेजी और प्रभाव आएगा। स्थानीय स्तर पर पेशेवर प्रबंधन से बेहतर गुणवत्ता की टूरिज्म सर्विस मिल सकेगी। वित्तीय और प्रशासनिक स्वतंत्रता से संचालन आसान होंगे। सरकार, स्थानीय संगठनों, निजी क्षेत्र और समुदाय के बीच तालमेल मजबूत होगा।
इसके साथ ही स्थानीय लोगों को रोजगार मिलेगा। प्रबंधन में स्थानीय महिला समूह/सेल्फ-हेल्प ग्रुप को प्राथमिकता दी जाएगी।
डिस्ट्रिक्ट टूरिज्म डेवलपमेंट सोसाइटी के गठन से गुजरात के विभिन्न जिलों में टूरिज्म से जुड़ी सेवाएं अधिक सुव्यवस्थित, आधुनिक और वैश्विक स्तर पर तैयार की जाएंगी, जिससे राज्य में टूरिस्ट डेस्टिनेशन अधिक आसानी से विकसित हो सकेंगे।