क्या गुना में ‘वोकल फॉर लोकल’ को बढ़ावा देने के लिए तीन दिवसीय मेला आयोजित किया गया?

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क्या गुना में ‘वोकल फॉर लोकल’ को बढ़ावा देने के लिए तीन दिवसीय मेला आयोजित किया गया?

सारांश

गुना में ‘वोकल फॉर लोकल’ अभियान को बढ़ावा देने के लिए आयोजित तीन दिवसीय मेले में स्व सहायता समूहों की महिलाएं अपने उत्पादों का प्रदर्शन कर रही हैं। इस मेले में भारी भीड़ उमड़ी है, और सभी को इस पहल से लाभ हो रहा है। जानिए इस मेले के माध्यम से महिलाएं कैसे आत्मनिर्भर बन रही हैं।

Key Takeaways

  • गुना में आयोजित मेले का उद्देश्य वोकल फॉर लोकल को बढ़ावा देना है।
  • स्व सहायता समूहों ने विभिन्न स्वदेशी उत्पाद प्रस्तुत किए हैं।
  • महिलाएं इस पहल से आत्मनिर्भर बन रही हैं।
  • मेले में भारी भीड़ उमड़ी है।
  • सरकार स्वदेशी को बढ़ावा देने के लिए निरंतर प्रयास कर रही है।

गुना, २५ सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘वोकल फॉर लोकल’ अभियान को प्रोत्साहित करने के लिए मध्यप्रदेश के गुना जिले के शास्त्री पार्क में तीन दिवसीय मेले का आयोजन किया गया है। इस मेले में स्व सहायता समूहों के उत्पादों की बिक्री की जा रही है, जिसमें बड़ी संख्या में महिलाएं भाग ले रही हैं। महिलाएं अपने-अपने स्टॉल पर अपने उत्पादों का प्रदर्शन कर रही हैं और उनका मानना है कि पीएम मोदी के इस अभियान से उन्हें बहुत लाभ मिल रहा है।

यह मेला नगरपालिका और आजीविका मिशन के सहयोग से आयोजित किया गया है, जिसमें महिलाओं द्वारा निर्मित स्वदेशी उत्पादों की बिक्री हो रही है। मेले का उद्घाटन २५ सितंबर को हुआ, जिसमें आम जनता, जनप्रतिनिधि और अधिकारी शामिल हुए। स्थानीय सांसदों और जिले के वरिष्ठ अधिकारियों ने मेले में स्वयं सहायता समूहों की दुकानों का निरीक्षण किया।

कलेक्टर किशोर कुमार कन्याल ने बताया कि इस मेले का उद्देश्य वोकल फॉर लोकल को बढ़ावा देना है। मेले में सुबह से ही भारी भीड़ देखी जा रही है और लोग उत्साहपूर्वक खरीदारी कर रहे हैं। स्वयं सहायता समूहों द्वारा बनाई गई उत्पादों की मार्केटिंग के लिए हम प्रतिबद्ध हैं। जिले में ५५ हजार लखपति दीदी बनाने का लक्ष्य है, जिसमें से ३३ हजार लखपति दीदी बन चुकी हैं।

भाजपा नेता धर्मेंद्र सिकरवार ने बताया कि पीएम मोदी के जन्मदिन के अवसर पर १७ सितंबर से २ अक्टूबर तक सेवा पखवाड़ा मनाया जा रहा है। २५ सितंबर को पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती के मौके पर जिले के हर बूथ पर कार्यक्रम आयोजित किए गए। सरकार स्वदेशी को बढ़ावा देने के लिए निरंतर प्रयासरत है।

डिप्टी कलेक्टर मंजूषा खत्री ने कहा कि मेले में खाद्य पदार्थों से लेकर घरेलू सामानों तक स्वदेशी उत्पाद प्रदर्शित किए गए हैं। लोग उत्साहपूर्वक खरीदारी कर रहे हैं।

बजरंगढ़ की मीना प्रजापति, जो मेले में अपने उत्पादों के साथ आई हैं, ने बताया कि हमारे गणेश स्वयं सहायता समूह में १२ महिलाएं हैं। हम मिट्टी से गणेश जी की मूर्तियां बनाते हैं। लोगों ने मूर्तियां खरीदी हैं और हमें यह अच्छा लग रहा है कि हम पीएम मोदी के स्वदेशी अभियान में भाग ले रहे हैं।

स्वयं सहायता समूह की सदस्य सोनी कुशवाह और लक्ष्मी रजक ने भी मेले में अपने उत्पादों की बिक्री पर खुशी जताई। गुना की कांति झा, जो भगवान की पोशाक तैयार करती हैं, ने कहा कि पीएम मोदी की वोकल फॉर लोकल पहल से हमें अच्छी आय प्राप्त हुई है। ऐसे आयोजनों से हमें बहुत लाभ होता है। गुना की जैस्मीन खान ने कहा कि पीएम मोदी ने महिलाओं को जागरूक और आत्मनिर्भर बनाया है। उनकी योजनाओं से हमें बहुत लाभ हुआ है।

वहीं, अमित भार्गव ने कहा कि स्वदेशी वस्तुओं को अपनाने से न केवल आम आदमी मजबूत होगा, बल्कि हमारी अर्थव्यवस्था भी सशक्त होगी।

विधायक पन्नालाल शाक्य ने कहा कि स्वदेशी सामानों का उपयोग करना चाहिए। विदेशी साबुन की जगह मिट्टी से नहाना बेहतर है।

दीपक शर्मा ने पीएम मोदी का आभार जताते हुए कहा कि वोकल फॉर लोकल के तहत पूरे देश में स्वदेशी क्रांति छेड़ दी गई है। यह मेला स्वदेशी उत्पादों को बढ़ावा देने और महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

Point of View

बल्कि यह महिलाओं को सशक्त बनाने और स्वदेशी उत्पादों को बढ़ावा देने का एक महत्वपूर्ण माध्यम भी है। प्रधानमंत्री मोदी के वोकल फॉर लोकल अभियान के तहत यह प्रयास हमारे समाज में आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देने की दिशा में एक ठोस कदम है। ऐसे आयोजनों से न केवल आर्थिक लाभ होता है, बल्कि यह सामाजिक जागरूकता को भी बढ़ाता है।
NationPress
25/09/2025

Frequently Asked Questions

गुना में मेला कब आयोजित हुआ?
गुना में मेला २५ सितंबर को शुरू हुआ और यह तीन दिवसीय होगा।
मेले में कौन से उत्पाद बेचे जा रहे हैं?
मेले में स्व सहायता समूहों द्वारा निर्मित स्वदेशी उत्पादों की बिक्री की जा रही है।
इस मेले का उद्देश्य क्या है?
इस मेले का उद्देश्य प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वोकल फॉर लोकल अभियान को बढ़ावा देना है।
मेले में कौन-कौन से लोग शामिल हुए?
मेले में आम जनता, जनप्रतिनिधि और अधिकारी शामिल हुए।
क्या इस मेले से महिलाओं को लाभ हो रहा है?
हाँ, महिलाएं इस मेले से आत्मनिर्भरता प्राप्त कर रही हैं और उनकी आय में वृद्धि हो रही है।