क्या पंजाब के गुरदासपुर में औसी हब इमिग्रेशन सेंटर के बाहर फायरिंग हुई?
सारांश
Key Takeaways
- गुरदासपुर में इमिग्रेशन सेंटर के बाहर फायरिंग की घटना हुई।
- दो मोटरसाइकिल सवार युवकों ने फायरिंग की थी।
- पुलिस ने घटना की जांच शुरू की है।
- इमिग्रेशन सेंटर के मालिक को फिरौती के लिए कॉल आई थी।
- सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपियों की पहचान की जा रही है।
चंडीगढ़, 25 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। पंजाब के गुरदासपुर से एक गंभीर घटना की खबर आई है। यहां जेल रोड पर स्थित औसी हब इमिग्रेशन सेंटर के बाहर उस समय भय का माहौल बन गया, जब दो मोटरसाइकिल सवार युवकों ने फायरिंग कर दी। वारदात को अंजाम देने वाले युवक फायरिंग करने के बाद मौके से भागते हुए सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गए हैं।
जानकारी के अनुसार, मोटरसाइकिल सवार युवकों ने इमिग्रेशन सेंटर के बाहर दो राउंड फायर किए। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू कर दी। पुलिस ने मौके से दो खोखे भी बरामद किए हैं।
बताया जा रहा है कि इमिग्रेशन सेंटर के मालिक को कुछ दिन पहले फिरौती के लिए कॉल आई थी। फिलहाल इमिग्रेशन सेंटर का मालिक ऑस्ट्रेलिया में रह रहा है। मौके पर पहुंचे पुलिस अधिकारियों ने पूरे मामले की गहनता से जांच की।
इमिग्रेशन सेंटर के स्टाफ का कहना है कि सेंटर के मालिक हरमन कंग विदेश गए हुए हैं। उन्हें फिरौती के लिए पहले भी कई फोन आए हैं। गुरुवार शाम करीब छह बजे एक युवा वहां आया और इमिग्रेशन के मालिक के बारे में पूछने लगा। जब स्टाफ ने बताया कि वे विदेश गए हुए हैं, तो वह वहां से चला गया और कुछ ही देर बाद वापस आकर उसने सीढ़ियों में खड़े होकर दो फायर कर दिए। फायर की आवाज सुनकर सारा स्टाफ डर गया और तुरंत पुलिस को सूचित किया।
वहीं, मौके पर पहुंचे एसपी डी डीके चौधरी ने कहा कि घटना का पता चलते ही वह पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे हैं। जांच में सामने आया है कि मौके पर जो दो खोल मिले हैं वो पुराने हैं, जबकि गोलियों का निशान कहीं भी नहीं मिला। इससे लगता है कि हमलावरों ने केवल स्टाफ को डराने के लिए किसी एयरगन से फायर किया है और जाते समय पुराने खोखे वहां फेंक दिए हैं। सीसीटीवी के आधार पर आरोपियों की पहचान की जा रही है। जल्द ही आरोपियों को पकड़ लिया जाएगा।
इस बीच, जालंधर में पुलिस और गैंगस्टर के सदस्यों के बीच मुठभेड़ हो गई, जहां नूरपुर के पास पुलिस ने मुठभेड़ में दोनों आरोपियों का एनकाउंटर किया। मिली जानकारी के अनुसार गिरफ्तार किए गए आरोपी गैंगस्टर दादेवाल और हैरी चट्ठा गैंग के सदस्य हैं। मामले की जानकारी देते हुए पुलिस कमिश्नर धनप्रीत कौर ने कहा कि पठानकोट चौक के पास डी-मार्ट के बाहर 22 तारीख को एक वाहन को गन प्वाइंट पर स्नेचिंग की कोशिश की गई, जिसके बाद 23 तारीख को शिकायत मिलने पर थाना 8 में मामला दर्ज किया गया।
इस मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए आसपास के जिलों में रेड की। इस दौरान गुप्त सूचना मिली थी कि आरोपी इस जगह में छिपे हुए हैं। इस दौरान पुलिस ने आरोपियों को पकड़ने के लिए नाकेबंदी की थी। आरोपियों को रुकने का इशारा किया गया तो उन्होंने पुलिस पर फायरिंग कर दी, जिसके बाद पुलिस ने जवाबी फायरिंग की। इस मुठभेड़ में आरोपी घायल हो गए। आरोपियों की पहचान हरदीप सिंह और तेजवीर सिंह के रूप में हुई है।
जांच में सामने आया है कि आरोपियों ने 10 तारीख को बटाला में फायरिंग की थी और उस घटना में 2 लोगों की मौत हो गई थी। उसके बाद से आरोपी वहां से भाग गए और उन्होंने यहां पर लूट की घटना को अंजाम दिया था। गिरफ्तार आरोपियों की बटाला पुलिस भी तलाश कर रही थी। घायलों को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती करवाया जा रहा है। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से दो पिस्तौल बरामद की हैं।