क्या गुरु तेग बहादुर की 350वीं जयंती पर पुस्तक का विमोचन हुआ?
सारांश
Key Takeaways
- गुरु तेग बहादुर जी की 350वीं जयंती पर एक महत्वपूर्ण पुस्तक का विमोचन हुआ।
- कार्यक्रम में केंद्रीय राज्य मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू और आशीष सूद ने भाग लिया।
- यह पुस्तक युवाओं को गुरु जी की विरासत से अवगत कराने का प्रयास है।
नई दिल्ली, 16 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। दिल्ली में गुरु तेग बहादुर की 350वीं जयंती का भव्य आयोजन किया गया। इस अवसर पर केंद्रीय राज्य मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू और मंत्री आशीष सूद ने भाग लिया। कार्यक्रम के दौरान गुरु तेग बहादुर से संबंधित एक महत्वपूर्ण पुस्तक का विमोचन किया गया।
गुरु तेग बहादुर जी की 350वीं शहीदी जयंती के अवसर पर केंद्रीय राज्य मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू ने कहा कि आज एक महत्वपूर्ण पुस्तक का विमोचन किया गया। इस मौके पर गुरु तेग बहादुर के बलिदान, शहादत और उनके कार्यों के बारे में जानकारी साझा की गई। उन्होंने बताया कि बच्चों को उनके जीवन और विरासत के बारे में जानना चाहिए।
इसके बाद, रवनीत सिंह बिट्टू ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर एक पोस्ट में लिखा, "मैं 'हिंद की चादर श्री गुरु तेग बहादुर जी' पर पुस्तक विमोचन का हिस्सा बनकर गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं। यह पुस्तक मानवता और धार्मिक स्वतंत्रता के लिए गुरु के अद्वितीय बलिदान की याद दिलाती है।"
मंत्री आशीष सूद ने मीडिया से कहा कि गुरु तेग बहादुर जी के 350वें शहीदी वर्ष में देशभर में अनेक कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। प्रख्यात विद्वान एवं पूर्व कुलपति डॉ. अग्निहोत्री ने 80-85 पृष्ठों की एक पुस्तक में गुरु महाराज की शहादत का वर्णन किया है, जिसमें पहले अनछुए पहलुओं पर प्रकाश डाला गया है। यह पुस्तक इस 350वें वर्ष में एक दूरगामी संदेश देगी। दिल्ली सरकार, मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के नेतृत्व में 5 लाख पुस्तकें गुरु महाराज की शहीदी यात्रा मार्ग पर जितने गुरुद्वारे हैं, उन सब गुरुद्वारों में युवाओं को वितरित करेगी।
मंत्री आशीष सूद ने 'एक्स' पर लिखा, "आज 'हिंद की चादर नवम गुरु श्री तेग बहादुर जी' पुस्तक के लोकार्पण कार्यक्रम में उपस्थित होने का अवसर मिला। गुरु साहिब ने हमें सदैव त्याग, सत्य और मानवता के मार्ग पर चलने की प्रेरणा दी है। यह कृति उनके अद्वितीय जीवन मूल्यों को नई पीढ़ी तक पहुंचाने का एक सार्थक प्रयास है।