क्या पीएम मोदी ने गुवाहाटी टर्मिनल का उद्घाटन किया, पूर्वोत्तर की कनेक्टिविटी में अदाणी ग्रुप ने नया बेंचमार्क स्थापित किया?

Click to start listening
क्या पीएम मोदी ने गुवाहाटी टर्मिनल का उद्घाटन किया, पूर्वोत्तर की कनेक्टिविटी में अदाणी ग्रुप ने नया बेंचमार्क स्थापित किया?

सारांश

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुवाहाटी एयरपोर्ट पर नए टर्मिनल का उद्घाटन किया, जो अदाणी ग्रुप द्वारा विकसित किया गया है। यह परियोजना एक साल में पूरी हुई है और पूर्वोत्तर की कनेक्टिविटी को बेहतर बनाएगी। जानिए इस टर्मिनल के अनोखे पहलु और इसके महत्व के बारे में।

Key Takeaways

  • गुवाहाटी में नए हवाई अड्डे का टर्मिनल उद्घाटन हुआ।
  • यह अदाणी ग्रुप द्वारा 5,000 करोड़ रुपए की लागत से विकसित किया गया है।
  • कनेक्टिविटी को बेहतर बनाने में मदद करेगा।
  • 2032 तक 13.1 मिलियन यात्रियों को संभालने की क्षमता।
  • स्थानीय बांस का इस्तेमाल कर पर्यावरण के अनुकूल निर्माण।

गुवाहाटी, 20 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को गुवाहाटी के लोकप्रिया गोपीनाथ बोरदोलोई अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे (एलजीबीआईए) पर एक नए टर्मिनल का उद्घाटन किया। यह एक साल से भी कम समय में कॉन्सेप्ट से लेकर चालू होने तक का एक असाधारण और तेज सफर दर्शाता है, जिसे अदाणी ग्रुप ने साकार किया है।

इस प्रोजेक्ट का विकास गुवाहाटी इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड द्वारा किया गया है, जिसका संचालन अदाणी एयरपोर्ट होल्डिंग्स लिमिटेड (एएएचएल) कर रही है।

अदाणी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अदाणी ने कहा कि गुवाहाटी टर्मिनल यह दर्शाता है कि कैसे स्थानीय पहचान से गहराई से जुड़े रहते हुए भी विश्व स्तरीय हवाई अड्डे का ढांचा तेजी से तैयार किया जा सकता है।

अरबपति उद्योगपति ने कहा, "यह कनेक्टिविटी को मजबूत करेगा, पूरे पूर्वोत्तर के आर्थिक विकास को प्रोत्साहित करेगा, और यात्रियों को एक सहज, आधुनिक यात्रा का अनुभव प्रदान करेगा।"

पूरे हवाई अड्डे के विकास में 5,000 करोड़ रुपए का निवेश किया गया है, जिसमें रखरखाव, मरम्मत और ओवरहॉल (एमआरओ) सुविधाओं के लिए 1,000 करोड़ रुपए शामिल हैं।

नियोजित एकीकृत घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय कार्गो ढांचा व्यापार, लॉजिस्टिक्स और रोजगार सृजन को और मजबूती देगा।

इसका उद्घाटन यह बताता है कि भारत का विमानन ढांचा अब कितनी तेजी से तैयार किया जा रहा है, परीक्षण किया जा रहा है और लाइव संचालन के लिए तैयार किया जा रहा है।

इस टर्मिनल का संचालन फरवरी के अंत तक शुरू होने की उम्मीद है।

एक व्यापक ऑपरेशनल रेडीनेस एंड एयरपोर्ट ट्रांसफर (ओआरएटी) कार्यक्रम - जर्मनी के म्यूनिख से एक विशेषज्ञ टीम द्वारा समर्थित - ने यह सुनिश्चित किया है कि सिस्टम, प्रक्रियाएं, कर्मचारी और यात्रियों का प्रवाह पहले दिन से ही सुरक्षित और सहज संचालन के लिए तैयार हों।

क्षेत्रीय पहचान से जुड़े एक आधुनिक प्रवेश द्वार के रूप में परिकल्पित, इस टर्मिनल में असम के प्रतिष्ठित कोपू फूल (फॉक्सटेल ऑर्किड) और भोलुका बांस और अरुणाचल प्रदेश के अपातानी बांस जैसी स्वदेशी बांस की प्रजातियों का इस्तेमाल किया गया है।

टर्मिनल में क्षेत्र से स्थानीय रूप से प्राप्त लगभग 140 मीट्रिक टन बांस का उपयोग किया गया है, जिससे यह भारत के प्रकृति-प्रेरित हवाई अड्डे की वास्तुकला के सबसे प्रमुख उदाहरणों में से एक बन गया है, जहां पारंपरिक शिल्प कौशल को आधुनिक इंजीनियरिंग के माध्यम से नया रूप दिया गया है। डिजीयात्रा-इनेबल्ड प्रोसेसिंग, स्मार्ट चेक-इन सिस्टम और बड़े पैसेंजर एरिया से लैस, यह टर्मिनल 2032 तक सालाना 13.1 मिलियन यात्रियों को संभालने के लिए डिज़ाइन किया गया है।

वित्त वर्ष 2024-25 में, गुवाहाटी एयरपोर्ट ने 6.50 मिलियन यात्रियों को संभाला, जो इस क्षेत्र में बढ़ती एविएशन डिमांड को दर्शाता है।

टर्मिनल का डिजाइन फरवरी में 'एडवांटेज असम 2.0' इवेंट में प्रधानमंत्री द्वारा प्रस्तुत किया गया था।

Point of View

गुवाहाटी का नया टर्मिनल पूर्वोत्तर भारत में उड्डयन क्षेत्र की प्रगति का प्रतीक है। यह न केवल स्थानीय पहचान को बनाए रखते हुए वैश्विक मानकों को स्थापित कर रहा है, बल्कि आर्थिक विकास को भी गति प्रदान करेगा। इस प्रकार के विकास से देश की समग्र कनेक्टिविटी में सुधार होगा।
NationPress
22/12/2025

Frequently Asked Questions

गुवाहाटी टर्मिनल की लागत क्या है?
इस टर्मिनल के विकास में कुल 5,000 करोड़ रुपए का निवेश किया गया है।
यह टर्मिनल कब चालू होगा?
इसका संचालन फरवरी के अंत तक शुरू होने की उम्मीद है।
गुवाहाटी एयरपोर्ट की वार्षिक यात्री क्षमता कितनी है?
यह टर्मिनल 2032 तक सालाना 13.1 मिलियन यात्रियों को संभालने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
Nation Press