क्या ग्वालियर में भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा लगाई जाएगी?

सारांश
Key Takeaways
- भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा की स्थापना की मांग उठाई जा रही है।
- कांग्रेस ने तीन दिवसीय अभियान का ऐलान किया है।
- भाजपा पर आरोप लगाया गया है कि वह बाबासाहेब का अपमान कर रही है।
- ग्वालियर में कार्यक्रम 23 से 25 जून तक होगा।
- आंदोलन की रणनीति पर चर्चा की गई है।
भोपाल, 17 जून (राष्ट्र प्रेस)। संविधान निर्माता भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा ग्वालियर के उच्च न्यायालय परिसर में स्थापित करने की मांग जोर पकड़ रही है। कांग्रेस ने डॉ अंबेडकर की प्रतिमा की स्थापना हेतु तीन दिवसीय अभियान चलाने का ऐलान किया है। प्रदेश कार्यालय में राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह, कांग्रेस प्रभारी हरीश चौधरी, प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी, नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार, और विधायक फूलसिंह बरैया ने संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में इस मुद्दे को उठाया और आंदोलन की रणनीति साझा की।
प्रदेश प्रभारी हरीश चौधरी ने कहा कि ग्वालियर हाईकोर्ट परिसर में बाबासाहेब डॉ. भीमराव की प्रतिमा लगाई जानी चाहिए। सभी को ज्ञात है कि संविधान किसने लिखा, लेकिन इस प्रतिमा के विरोध का कारण क्या है, यह एक बड़ा प्रश्न है। यह विवाद राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के नागपुर कार्यालय तक पहुंच चुका है। संघ ने हमेशा भ्रम फैलाने का कार्य किया है। कांग्रेस का उद्देश्य है कि बाबासाहेब के योगदान को मजबूती से जनता के सामने लाया जाए।
जीतू पटवारी ने आरएसएस और भाजपा पर हमला करते हुए कहा कि मध्य प्रदेश संघ की नर्सरी है। जब से अमित शाह ने संसद में बाबासाहेब का अपमान करना शुरू किया, तब से भाजपा ने बाबासाहेब के अपमान का अभियान शुरू कर रखा है। ग्वालियर में एक पोस्टर पर लिखा है कि बाबासाहेब संविधान निर्माता नहीं हैं। बाबासाहेब की प्रतिमाओं को खंडित करने के कई मामले आए हैं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा कि जब देश स्वतंत्र हुआ, तो चर्चा हुई कि ऐसे व्यक्ति को संविधान समिति का अध्यक्ष बनाया जाए, जिसने उत्पीड़न सहा हो। तब बाबासाहेब का नाम आया।
उन्होंने आगे बताया, "आज कहा जा रहा है कि बाबासाहेब की मूर्ति ग्वालियर उच्च न्यायालय में नहीं लग सकती। इस पर भाजपा चुप क्यों है? ग्वालियर में बाबासाहेब की प्रतिमा स्थापित करने की मांग को लेकर कांग्रेस ने तीन दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन किया है। यह कार्यक्रम 23, 24 और 25 जून को होगा। 23 जून को पूरे प्रदेश में घर-घर जाकर बाबासाहेब और संविधान के बारे में जानकारी दी जाएगी। 24 जून को गरीब बस्तियों में जाकर चर्चा और भोजन किया जाएगा। 25 जून को ग्वालियर में एक दिवसीय उपवास होगा। कांग्रेस का आरोप है कि लगातार देश के नेताओं को निशाना बनाया जा रहा है। पहले गांधी, फिर नेहरू और अब अंबेडकर को भाजपा टारगेट कर रही है।