क्या हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर जिले के चबूतरा गांव में भारी बारिश और भूस्खलन ने पांच परिवारों को बेघर कर दिया?

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क्या हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर जिले के चबूतरा गांव में भारी बारिश और भूस्खलन ने पांच परिवारों को बेघर कर दिया?

सारांश

हमीरपुर जिले के चबूतरा गांव में आई प्राकृतिक आपदा ने पांच परिवारों को बेघर कर दिया है। भारी बारिश और भूस्खलन ने गांव में व्यापक तबाही मचाई है। प्रभावित परिवारों को राहत शिविरों में भेजा गया है और प्रशासन द्वारा आर्थिक सहायता भी प्रदान की जा रही है।

Key Takeaways

  • हिमाचल प्रदेश के चबूतरा गांव में भारी बारिश और भूस्खलन से पांच परिवार बेघर हुए हैं।
  • प्रशासन ने तात्कालिक राहत राशि और अस्थायी ठहरने की व्यवस्था की है।
  • 15-20 अन्य परिवारों के मकानों पर भी खतरा मंडरा रहा है।
  • पीड़ित परिवारों ने पुनर्वास और आर्थिक सहायता की मांग की है।
  • स्थानीय नेता राहत कार्यों में सक्रिय रूप से सहयोग कर रहे हैं।

हमीरपुर, 1 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर जिले के सुजानपुर विधानसभा क्षेत्र के चबूतरा गांव में जारी भारी बारिश और भूस्खलन ने व्यापक तबाही मचाई है। इस प्राकृतिक विपदा के कारण पांच परिवारों के मकान पूरी तरह से ध्वस्त हो गए हैं, जिससे लगभग एक किलोमीटर क्षेत्र में रहने वाले ग्रामीण गहरे संकट में हैं।

प्रभावित परिवारों को प्रशासन ने तत्काल कार्रवाई करते हुए स्थानीय स्कूल में अस्थायी रूप से ठहराया है, जहाँ उनके लिए भोजन, पानी और रहने की व्यवस्था की गई है। सोमवार को प्रशासन ने प्रत्येक प्रभावित परिवार को 25,000 रुपए की तात्कालिक राहत राशि प्रदान की। जिन परिवारों के घर पूरी तरह नष्ट हुए हैं, उनमें नरोत्तम दास पुत्र महंत राम, केवल कृष्ण पुत्र महंत राम, किशोरी लाल पुत्र महंत राम, सीता देवी पत्नी प्रभु राम और बंसी राम पुत्र ख्याली राम शामिल हैं। ये सभी परिवार अब पूरी तरह से राहत शिविरों पर निर्भर हैं।

ग्रामीणों ने बताया कि रविवार शाम 5:30 बजे अचानक उनके घरों के आंगनों में दरारें दिखाई दीं और धीरे-धीरे जमीन खिसकने लगी, जिससे मकान ढह गए। यदि बारिश की स्थिति ऐसी ही रही, तो 15-20 अन्य परिवारों के मकानों पर भी खतरा मंडरा रहा है।

सुजानपुर के विधायक कैप्टन रणजीत सिंह राणा ने सोमवार सुबह प्रभावित क्षेत्र का दौरा किया और पीड़ित परिवारों को नाश्ता उपलब्ध करवाया। उन्होंने आश्वासन दिया कि सरकार और प्रशासन हर कदम पर उनके साथ है। इस दौरान तहसीलदार और एसडीएम भी मौके पर मौजूद रहे, जिन्होंने हालात का जायजा लिया और तत्काल राहत सामग्री वितरित की। प्रशासन की टीमें लगातार नुकसान का आकलन कर रही हैं और विस्तृत रिपोर्ट तैयार की जा रही है।

पीड़ित परिवारों ने सरकार से शीघ्र पुनर्वास और आर्थिक सहायता की मांग की है। प्रभावितों ने गुहार लगाई कि उनके घरों में फंसा सामान निकाला जाए और पुनर्वास के लिए जमीन व आर्थिक मदद प्रदान की जाए।

पूर्व जिला कांग्रेस अध्यक्ष सुमन भारती ने भी क्षेत्र का दौरा किया और कहा कि प्रशासन के सहयोग से पीड़ितों को हरसंभव मदद दी जा रही है।

वहीं सुजानपुर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राजेंद्र वर्मा ने बताया कि रविवार शाम से ही राहत कार्यों में उनकी टीम जुटी हुई है। उन्होंने कहा कि दिन-रात पीड़ितों की मदद की जा रही है और भोजन की व्यवस्था भी की जा रही है। ग्रामीणों ने सरकार और प्रशासन से उम्मीद जताई है कि जल्द ही स्थायी समाधान निकाला जाएगा, ताकि वे सामान्य जीवन की ओर लौट सकें।

Point of View

बल्कि यह हमें यह भी याद दिलाता है कि प्राकृतिक आपदाओं के प्रति हमारी तैयारी कितनी महत्वपूर्ण है। सरकार और प्रशासन को तत्काल राहत उपायों के साथ-साथ दीर्घकालिक पुनर्वास योजनाएं भी तैयार करनी चाहिए।
NationPress
01/09/2025

Frequently Asked Questions

चबूतरा गांव में कितने परिवार प्रभावित हुए हैं?
चबूतरा गांव में पांच परिवार प्रभावित हुए हैं।
प्रशासन ने प्रभावित परिवारों के लिए क्या सहायता प्रदान की है?
प्रशासन ने प्रभावित परिवारों को स्थानीय स्कूल में अस्थायी ठहरने की व्यवस्था की है और प्रत्येक परिवार को 25,000 रुपए की राहत राशि दी है।
क्या अन्य परिवारों के मकानों पर भी खतरा है?
हां, यदि बारिश की स्थिति ऐसी ही बनी रही, तो 15-20 अन्य परिवारों के मकानों पर भी खतरा मंडरा रहा है।
क्या पीड़ित परिवारों ने सरकार से कुछ मांगा है?
जी हां, पीड़ित परिवारों ने शीघ्र पुनर्वास और आर्थिक सहायता की मांग की है।
क्या राहत कार्य जारी हैं?
जी हां, राहत कार्य जारी हैं और कांग्रेस के स्थानीय नेता भी प्रभावितों की मदद करने में जुटे हैं।