क्या हरिद्वार में निशुल्क स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया? मंत्री धन सिंह रावत ने लिया हिस्सा

सारांश
Key Takeaways
- निशुल्क स्वास्थ्य सेवाएं: महिलाओं और परिवारों के लिए मुफ्त स्वास्थ्य जांच और उपचार।
- स्वास्थ्य जागरूकता: स्वास्थ्य जांच के साथ-साथ जागरूकता अभियान।
- विशेष सेवाएं: गर्भावस्था जांच और पोषण परामर्श।
- स्वस्थ समाज: महिलाओं का स्वास्थ्य सुनिश्चित करना आवश्यक।
- सुलभता: ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता।
हरिद्वार, 22 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। उत्तराखंड के हरिद्वार जिले में महिलाओं और परिवारों के स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के लिए एक व्यापक अभियान का शुभारंभ किया गया है। इस पहल के तहत रोशनाबाद के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में आयोजित निशुल्क स्वास्थ्य शिविर में राज्य के स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत ने भाग लिया।
यह अभियान स्वास्थ्य पखवाड़े के अंतर्गत चलाया जा रहा है, जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिवस 17 सितंबर से आरंभ होकर 2 अक्टूबर तक चलेगा। इस दौरान पूरे प्रदेश में लगभग साढ़े चार हजार से अधिक निशुल्क स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन किया जा रहा है, जिनमें महिलाओं और परिवारों के लिए मुफ्त स्वास्थ्य जांच, परामर्श और उपचार की सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं।
स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत ने कहा कि यह अभियान केवल स्वास्थ्य जांच तक सीमित नहीं है, बल्कि यह एक जागरूकता अभियान भी है। इसका मुख्य उद्देश्य महिलाओं के स्वास्थ्य को प्राथमिकता देकर हर परिवार को सशक्त बनाना है।
उन्होंने बताया कि इन शिविरों में महिलाओं के लिए विशेष स्वास्थ्य सेवाएं, जैसे गर्भावस्था जांच, पोषण परामर्श, टीकाकरण, और गंभीर बीमारियों की स्क्रीनिंग, उपलब्ध कराई जा रही हैं। इसके अलावा, बच्चों और बुजुर्गों के स्वास्थ्य की जांच भी की जा रही है, ताकि हर परिवार का स्वास्थ्य सुनिश्चित हो सके।
धन सिंह रावत ने जोर देकर कहा कि स्वस्थ समाज के निर्माण के लिए महिलाओं का स्वस्थ होना बेहद जरूरी है। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे इन शिविरों में अधिक से अधिक संख्या में भाग लें और निशुल्क स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ उठाएं।
रोशनाबाद के स्वास्थ्य केंद्र में आयोजित शिविर में सैकड़ों महिलाओं और परिवारों ने हिस्सा लिया, जहां विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम ने उनकी जांच की और आवश्यक दवाएं व परामर्श प्रदान किए।
यह अभियान उत्तराखंड सरकार की स्वास्थ्य नीतियों का हिस्सा है, जिसके तहत ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं को सुलभ बनाने पर जोर दिया जा रहा है। शिविरों में स्थानीय स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं, आशा और आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं की भी महत्वपूर्ण भूमिका है, जो लोगों को जागरूक करने और शिविरों तक पहुंचाने में सहयोग कर रहे हैं।
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि इस पखवाड़े के दौरान सभी जिलों में शिविरों का आयोजन सुनियोजित तरीके से किया जा रहा है। इसका लक्ष्य है कि कोई भी व्यक्ति स्वास्थ्य सेवाओं से वंचित न रहे। इस पहल से न केवल स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंच बढ़ेगी, बल्कि जागरूकता के जरिए लोग अपनी और अपने परिवार की सेहत के प्रति अधिक सजग होंगे।