क्या हरिहरन ने मां अलामेलु मणि के 91वें जन्मदिन पर भावुक संदेश साझा किया?

सारांश
Key Takeaways
- हरिहरन ने मां के जन्मदिन पर भावुक संदेश साझा किया।
- अलामेलु मणि एक प्रतिभाशाली संगीतकार हैं।
- हरिहरन ने 500 से ज्यादा तमिल गाने गाए हैं।
- मां का प्यार और मार्गदर्शन अनमोल है।
- हरिहरन को पद्मश्री से सम्मानित किया गया है।
मुंबई, 4 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। प्रसिद्ध गायक हरिहरन की मां अलामेलु मणि अपना 91वां जन्मदिन धूमधाम से मना रही हैं। इस विशेष अवसर पर, पार्श्व गायक ने उन्हें एक अनोखे अंदाज में जन्मदिन की शुभकामनाएं दीं।
गायक ने इंस्टाग्राम पर अपनी मां की कुछ पुरानी तस्वीरें साझा की, जो उनके जीवन की खूबसूरत झलकियां पेश करती हैं। इन तस्वीरों में अलामेलु मणि कभी वीणा थामे संगीत की साधना करती नजर आ रही हैं, तो कभी विभिन्न आयोजनों में अपने संगीत से दर्शकों को मंत्रमुग्ध करती दिख रही हैं। कुछ तस्वीरों में वह अपने परिवार के साथ खुशी के पल बिताती भी दिखाई दीं।
हरिहरन ने अपनी पोस्ट के साथ एक भावुक कैप्शन लिखा, जिसमें उन्होंने अपनी मां के प्रति प्यार व्यक्त किया। उन्होंने लिखा, "आज अम्मा 91 साल की हो गई हैं। हम सभी परिवारजन उनके साथ बिताए पलों को याद कर रहे हैं, जो प्यार, स्नेह और ज्ञान से भरे हैं। उनकी हर मुस्कान हमारे लिए आशीर्वाद है और उनके साथ बिताया हर पल अनमोल है। हम अपनी प्यारी अम्मा, अलामेलु मणि का जश्न मना रहे हैं, जिनका प्यार और मार्गदर्शन पीढ़ियों को एकजुट रखता है।"
अलामेलु मणि न केवल एक प्रतिभाशाली संगीतकार हैं, बल्कि एक प्रेरणादायक व्यक्तित्व भी हैं, जिन्होंने अपने बच्चों और परिवार को संस्कारों के साथ-साथ कला और संस्कृति का भी अनमोल उपहार दिया।
हरिहरन, जो खुद एक प्रसिद्ध गायक और संगीतकार हैं, अपनी मां को अपनी प्रेरणा का स्रोत मानते हैं।
जानकारी के अनुसार, हरिहरन की मां अलामेलु एक मशहूर कन्नड़ गायिका रही हैं। वहीं, उनके पिता अनंत सुब्रमणि भी शास्त्रीय संगीत के जानकार थे। ऐसे में हरिहरन की संगीत की शिक्षा बचपन से ही शुरू हो गई थी।
हरिहरन ने 'तू ही रे' गाकर लोगों का दिल जीता तो कभी 'रोजा जानेमन' से महफिल अपने नाम कर ली। उन्होंने लगभग 500 से ज्यादा तमिल गाने गाए और करीब 200 हिंदी गानों को अपनी आवाज दी। पद्मश्री से सम्मानित होने वाले हरिहरन दो बार नेशनल अवॉर्ड्स भी जीत चुके हैं।