क्या हारिस रऊफ पर मैच फीस का 30 प्रतिशत जुर्माना सही है, फरहान को आईसीसी की फटकार क्यों मिली?

सारांश
Key Takeaways
- हारिस रऊफ पर 30% जुर्माना लगाया गया है।
- फरहान को केवल फटकार मिली।
- आईसीसी ने राजनीतिक इशारों पर सख्ती दिखाई।
- भारतीय कप्तान पर भी जुर्माना लगा है।
- खेल में राजनीतिक बयानबाजी की अनुमति नहीं है।
नई दिल्ली, 26 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। आईसीसी ने पाकिस्तान के तेज गेंदबाज हारिस रऊफ पर मैच फीस का 30 प्रतिशत जुर्माना लगाया है। इसी के साथ, सलामी बल्लेबाज साहिबजादा फरहान को फटकार भी लगाई गई है। यह कार्रवाई उन खिलाड़ियों के हाव-भाव के कारण की गई है जो 21 सितंबर को भारत के खिलाफ हुए मैच में देखे गए।
21 सितंबर को भारत के खिलाफ खेलते हुए, हारिस रऊफ ने एक विवादास्पद राजनीतिक इशारा किया था। जबकि, फरहान ने अर्धशतक पूरा करने के बाद अपने बल्ले से गोली चलाने के अंदाज में जश्न मनाया।
रिपोर्ट के अनुसार, आईसीसी ने दोनों खिलाड़ियों की गतिविधियों को आचार संहिता के तहत लेवल 1 के अपराध का दोषी पाया। हारिस रऊफ पर 30 प्रतिशत का जुर्माना लगाया गया है, जबकि फरहान को केवल फटकार दी गई है और ऐसा न करने का निर्देश दिया गया है। फरहान पर कोई आर्थिक दंड नहीं लगाया गया।
लेवल 1 के उल्लंघन पर आमतौर पर 50 प्रतिशत तक का जुर्माना और 1 या 2 डिमेरिट अंक मिलते हैं। इस मामले में, खिलाड़ियों को केवल आर्थिक दंड और चेतावनी दी गई है, लेकिन उन्हें ऐसे उल्लंघनों से बचने की स्पष्ट चेतावनी दी गई है।
आईसीसी ने भारतीय कप्तान सूर्यकुमार यादव के खिलाफ भी कार्रवाई की है।
एशिया कप 2025 में भारत और पाकिस्तान के बीच पहला मैच 14 सितंबर को खेला गया था। मैच में जीत के बाद पुरस्कार समारोह के दौरान सूर्यकुमार यादव ने कहा था, "यह सही मौका है, हम पहलगाम हमले के पीड़ितों के साथ खड़े हैं। हम इस जीत को अपने सशस्त्र बलों को समर्पित करना चाहते हैं, जिन्होंने बहादुरी दिखाई।"
भारतीय कप्तान ने इस मैच में टॉस के दौरान पाकिस्तान के कप्तान सलमान अली आगा से हाथ नहीं मिलाया। वहीं, मैच के बाद भारतीय खिलाड़ियों ने पाकिस्तानी खिलाड़ियों से भी हाथ नहीं मिलाया। प्रेस कॉफ्रेंस में जब सूर्यकुमार यादव से इस संदर्भ में सवाल पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि खेल भावना से बढ़कर भी बहुत कुछ होता है। वे पहलगाम आतंकी हमले के सभी पीड़ितों के साथ खड़े हैं।
पीसीबी ने भारतीय कप्तान के व्यवहार की शिकायत आईसीसी से की थी। आईसीसी ने मामले की जांच में भारतीय कप्तान को दोषी माना और उन पर भी मैच फीस का 30 प्रतिशत जुर्माना लगाया। साथ ही उन्हें राजनीतिक बयान न देने का निर्देश दिया गया है।
-राष्ट्र प्रेस