क्या हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी जापान में निवेश के नए अवसर खोजेंगे?

सारांश
Key Takeaways
- मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की जापान यात्रा का मुख्य उद्देश्य निवेश के नए अवसर खोजना है।
- हरियाणा और जापान के बीच आर्थिक और सांस्कृतिक संबंधों को मजबूत करना।
- मुख्यमंत्री ने विकास कार्यों की समीक्षा की और अधिकारियों को निर्देश दिए।
- जापानी कंपनियों से सहयोग बढ़ाने की कोशिश।
- हरियाणा को नवाचार और अवसर का वैश्विक केंद्र बनाने की दिशा में प्रयास।
चंडीगढ़, 5 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी रविवार को जापान के लिए प्रस्थान कर चुके हैं। इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य हरियाणा के लिए नए निवेश के अवसर खोजना है। उनका लक्ष्य हरियाणा और जापान के बीच आर्थिक, औद्योगिक और सांस्कृतिक सहयोग को और भी मजबूत करना है।
मुख्यमंत्री कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार, इस यात्रा के दौरान, मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी हरियाणा में सहयोग और निवेश के नए अवसरों की खोज करेंगे। इस क्रम में, वे कई महत्वपूर्ण व्यक्तित्वों, प्रतिनिधिमंडलों, हितधारकों के साथ-साथ ओईएम और उनके आपूर्ति श्रृंखला भागीदारों से मुलाकात करेंगे।
सीएम सैनी की यह यात्रा जापानी कंपनियों के साथ संबंध स्थापित करने और हरियाणा को नवाचार, निवेश, और अवसर का वैश्विक केंद्र बनाने की दिशा में प्रयास को उजागर करने के लिए है।
इससे पहले, मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने शनिवार को चंडीगढ़ में विकास एवं पंचायत विभाग और ग्रामीण विकास विभाग की विभिन्न योजनाओं की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने योजनाओं के संदर्भ में एडीसी, जिला परिषद के सीईओ, डीडीपीओ और पंचायती राज के कार्यकारी अभियंताओं के साथ बैठक की। मुख्यमंत्री कार्यालय के अनुसार, इस बैठक में कई महत्वपूर्ण निर्देश दिए गए।
सीएम नायब सिंह सैनी ने अधिकारियों से कहा कि प्रदेश की ग्राम पंचायतों में चल रहे विकास कार्यों को योजनाबद्ध तरीके से समय पर पूरा किया जाए। अधिकारियों को हर 15 दिन में कार्यों की समीक्षा सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया। मुख्यमंत्री ग्रामीण आवास योजना 2.0 के तहत लाभार्थियों की रजिस्ट्री का कार्य शीघ्र पूर्ण किया जाए। साथ ही, स्वामित्व योजना की त्रुटियों को सुधारने के लिए कैम्प लगाने का सुझाव दिया गया। राज्य वित्त आयोग की ग्रांट का समुचित उपयोग भी सुनिश्चित किया जाए।
विकास कार्यों और योजनाओं को लेकर अधिकारी एक-दूसरे विभाग के साथ समन्वय करें। ड्रोन दीदी के लिए एसओपी तैयार की जाए। सांझा बाजार खोलने के लिए भूमि को चिह्नित किया जाए। अमृत सरोवर योजना के तहत बने तालाबों की सजावट और सफाई पर ध्यान दिया जाए। उत्कृष्ट और आधुनिक ग्राम सचिवालय कम बजट में तैयार किए जाएं।