क्या हरियाणा में लखनौर साहिब में निर्माण कार्य में अनियमितता पर कार्रवाई हुई?
सारांश
Key Takeaways
- मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निलंबित किया।
- अनियमितताओं की पहचान हुई है।
- निर्माण कार्य में गुणवत्ता की कमी पाई गई।
- सरकारी कार्यों में पारदर्शिता पर जोर दिया गया।
- गृह विभाग का डैशबोर्ड लॉन्च किया गया।
चंडीगढ़, ३ दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने सरकारी परियोजनाओं में लापरवाही और अनियमितताओं के प्रति अपनी शून्य सहिष्णुता नीति के तहत एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। लाला लाजपत राय विश्वविद्यालय ऑफ वेटरनरी एंड एनिमल साइंस, लखनौर साहिब में चल रहे डिप्लोमा कॉलेज के निर्माण कार्य में अनियमितताएं सामने आने के बाद मुख्यमंत्री ने पीडब्ल्यूडी विभाग के तीन अधिकारियों को तत्काल निलंबित कर दिया है।
जानकारी के अनुसार, निलंबित अधिकारियों में एक्सईएन निशांत कुमार, एसडीई पुनीत मित्तल और जेई नसीम अहमद शामिल हैं। निर्माण कार्य की समीक्षा के दौरान गुणवत्ता में कमी, प्रक्रियागत चूक और निर्धारित मानकों के उल्लंघन जैसी गंभीर अनियमितताएं पाई गईं, जिसके बाद मुख्यमंत्री ने कार्रवाई के आदेश दिए। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि विकास कार्यों में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। निलंबन के साथ ही तीनों अधिकारियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई शुरू करने के भी निर्देश जारी किए गए हैं।
सरकार की ओर से लगातार इस बात पर जोर दिया जाता रहा है कि निर्माण कार्य में अनियमितता, भ्रष्टाचार और लापरवाही स्वीकार्य नहीं है। सीएम सैनी के इस कदम को प्रशासनिक पारदर्शिता और सुशासन की दिशा में महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
इसके अलावा, सीएम सैनी ने बुधवार को ही गृह विभाग के डैशबोर्ड का उद्घाटन किया। इस नए सिस्टम से एक ही इंटरफेस पर पुलिस, फायर, एम्बुलेंस, जेल और अन्य आवश्यक विंग से रियल-टाइम जानकारी मिलेगी, जिससे कानून-व्यवस्था और पब्लिक सेफ्टी मैनेजमेंट में तेजी से फैसले लेने में मदद मिलेगी।
हरियाणा डीपीआर ने एक्स पोस्ट में लिखा, "मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने गृह विभाग के डैशबोर्ड का उद्घाटन किया। नए सिस्टम से एक ही इंटरफ़ेस पर पुलिस, फायर, एम्बुलेंस, जेल और अन्य जरूरी विंग से रियल-टाइम जानकारी मिलेगी, जिससे कानून-व्यवस्था और पब्लिक सेफ्टी मैनेजमेंट में तेजी से फैसले लेने में मदद मिलेगी।"