क्या हरियाणा के विनेश फोगाट के विधानसभा क्षेत्र में रास्तों की स्थिति बच्चों की पढ़ाई को प्रभावित कर रही है?

सारांश
Key Takeaways
- जुलाना के वार्ड नंबर 10 में सड़कें खराब हैं।
- बच्चे स्कूल नहीं जा पा रहे हैं।
- स्थानीय लोग परेशान हैं।
- बारिश के बाद जलभराव की समस्या है।
- स्थानीय प्रशासन को इस पर ध्यान देने की आवश्यकता है।
जुलाना, 8 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। कांग्रेस विधायक और पहलवान विनेश फोगाट के विधानसभा क्षेत्र में सड़कें बेहद खराब स्थिति में हैं, जो बच्चों की पढ़ाई में बाधा डाल रही हैं। जुलाना विधानसभा क्षेत्र के वार्ड नंबर 10 की बदहाल हालत के कारण बच्चे स्कूल नहीं जा पा रहे हैं। इस मुद्दे पर स्थानीय लोगों में गुस्सा भी बढ़ता जा रहा है।
सूत्रों के अनुसार, विधायक विनेश फोगाट के गृह क्षेत्र में इस वार्ड की गलियों में हर बारिश के बाद पानी जमा हो जाता है, जिससे स्कूली बच्चों को कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। जलभराव के कारण बच्चे स्कूल नहीं जा पा रहे और मजबूरी में घर पर पढ़ाई करने को मजबूर हैं।
मंगलवार को भी गली के बच्चे स्कूल नहीं जा सके। 10वीं कक्षा में पढ़ने वाली एक छात्रा ने बताया कि बारिश के कारण न केवल स्कूल पहुंचना मुश्किल हो जाता है, बल्कि उनकी यूनिफॉर्म भी खराब हो जाती है। गली की स्थिति इतनी खराब होती है कि लगभग डेढ़ किलोमीटर दूर स्थित स्कूल तक जाना कठिन हो जाता है। इस कारण मंगलवार को भी हम स्कूल नहीं जा सके।
8वीं कक्षा की एक छात्रा ने कहा कि जब भी बारिश होती है, गलियों में चारों ओर पानी भर जाता है, जिससे वो स्कूल नहीं जा पाती। इस गली के लगभग सभी बच्चों को घर पर ही पढ़ाई करनी पड़ती है।
इसी गली में रहने वाली महिलाओं ने इस समस्या पर चिंता जताई। उन्होंने कहा, "यह स्थिति कई महीनों से बनी हुई है। गलियों का ढलान उल्टी दिशा में है, जिससे बारिश का पानी नाले में जाने के बजाय घरों और गलियों में भर जाता है। इससे बाहर जाना भी मुश्किल हो जाता है। सबसे ज्यादा नुकसान बच्चों को होता है, जो बारिश के दौरान स्कूल नहीं जा पाते।"
महिलाओं ने बताया कि कई बार नगर पालिका में शिकायतें दी गई हैं और स्थानीय चेयरमैन को भी स्थिति से अवगत कराया गया है। अब तक कोई ठोस समाधान नहीं निकला है।
हालांकि, इस पर नगर पालिका चेयरमैन संजय जांगड़ा ने कहा, "मामला हमारे संज्ञान में है और इस पर कार्य हो रहा है। उन्होंने कहा कि वो खुद दो बार मुआयना कर चुके हैं। पानी की निकासी के लिए दो बार मशीनें भेजी गई हैं।"
उन्होंने कहा कि यह पीडब्ल्यूडी का मामला है, जिस पर उन्हें अवगत कराया गया है।