हेमा मालिनी को अपनी पहली फिल्म ‘सपनों का सौदागर’ कैसे मिली?

सारांश
Key Takeaways
- हेमा मालिनी की संघर्ष की कहानी प्रेरणादायक है।
- उनकी पहली फिल्म में राज कपूर ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
- स्क्रीन टेस्ट में उनका प्रदर्शन अद्भुत था।
- एक अभिनेत्री के रूप में हेमा ने खुद को साबित किया।
मुंबई, 14 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। प्रसिद्ध अभिनेत्री हेमा मालिनी ने फिल्म ‘सपनों का सौदागर’ से बॉलीवुड में कदम रखा था। इस फिल्म में उनके सह-कलाकार राज कपूर थे। आइए जानते हैं कि उन्हें यह फिल्म कैसे मिली और स्क्रीन टेस्ट किसने लिया था।
हेमा मालिनी ने एक इंटरव्यू में इस विषय पर एक दिलचस्प किस्सा साझा किया था।
अभिनेता फारूक शेख के लोकप्रिय टॉक शो ‘जीना इसी का नाम है’ में हेमा ने अपनी डेब्यू फिल्म से जुड़े अनुभव को दर्शकों के साथ साझा किया। उन्होंने बताया कि जब वह काम की तलाश में दक्षिण भारत से दिल्ली आईं, तब वहां कोई उन्हें नहीं जानता था।
डेब्यू से पहले ही कुछ लोग उनके बारे में कहते थे कि उन्हें एक्टिंग नहीं आती और वह यहां टिक नहीं पाएंगी। हेमा ने इसे एक चुनौती के रूप में लिया और खुद को साबित करने की ठान ली।
उन्होंने संकल्प लिया कि भले ही वह एक ही फिल्म करेंगी, लेकिन लोगों को दिखा देंगी कि वह भी अभिनय कर सकती हैं।
इसी संकल्प के साथ वह दिल्ली आईं। वहां उनकी मुलाकात निर्देशक के. सुब्रमण्यम से हुई। हेमा की मां ने फिल्म निर्माता से मुलाकात की, क्योंकि वह चाहती थीं कि हेमा को दर्शकों से मिलवाया जाए। उन्होंने हेमा के लिए एक शो का आयोजन किया।
वहीं, ‘संगम’ की शूटिंग पूरी करने के बाद, राज कपूर दक्षिण में एक और प्रतिभा की तलाश में थे और उन्होंने सुब्रमण्यम से किसी की सिफारिश करने के लिए कहा। सुब्रमण्यम ने हेमा को राज कपूर से मिलवाया।
हेमा पर विश्वास जताते हुए, सुब्रमण्यम ने राज कपूर से कहा, “अगर यह लड़की शुरू से ही सुर्खियों में नहीं आई, तो मैं अपने नाम से निर्देशक शब्द हटा दूंगा।”
इसके बाद हेमा का स्क्रीन टेस्ट खुद राज कपूर ने लिया। इसके लिए उन्हें गांव की लड़की की तरह तैयार किया गया। राज कपूर ने उन्हें कहा कि वह जैसा कर रहे हैं, वैसा ही अभिनय कैमरे के सामने करें।
हेमा का स्क्रीन टेस्ट देख राज कपूर और वहां मौजूद अन्य लोगों ने भी बेहद प्रसन्नता व्यक्त की। इस तरह हेमा मालिनी को उनकी पहली फिल्म ‘सपनों का सौदागर’ मिली।