भाजपा पदाधिकारी संगठन के अभियानों को सफल बनाने के लिए क्या कदम उठाएँ? - हेमंत खंडेलवाल

सारांश
Key Takeaways
- एकजुटता: सभी पदाधिकारियों को मिलकर काम करने की आवश्यकता है।
- प्रयास: अभियानों को सफल बनाने के लिए गंभीरता से प्रयास करें।
- संचार: सभी की बात सुनें और महत्व दें।
- नवीनता: कार्यालयों का निर्माण अत्याधुनिक होना चाहिए।
- सफलता: हर कार्यक्रम और चुनाव में सफलता पर ध्यान दें।
भोपाल, १४ अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की मध्य प्रदेश इकाई के अध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल ने पार्टी के निर्धारित अभियानों को सफल बनाने के लिए सभी पदाधिकारियों से प्रयास करने की अपील की। उन्होंने कहा कि न तो जिलाध्यक्ष ही स्थायी हैं और न ही प्रदेशाध्यक्ष, इसलिए अपनी छाप छोड़ने के लिए इन अभियानों को सफल बनाएं और पार्टी को सशक्त करने का कार्य करें।
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल ने भाजपा प्रदेश कार्यालय में सरदार-१५० यूनिटी मार्च अभियान पर आयोजित कार्यशाला में पदाधिकारियों से अनुरोध किया कि वे एकजुट होकर काम करें। कार्यकर्ताओं का सहयोग लेकर और सभी को साथ लेकर चलने की क्षमता सिद्ध करने का यह सही समय है। सच्चाई यह है कि जो पदाधिकारी कार्य के माध्यम से छाप छोड़ेंगे, उन्हें लोग वर्षों तक याद रखेंगे, इसलिए छाप बनाने का प्रयास करें। सभी मिलकर संगठन को और मजबूत करें।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इच्छा के अनुसार देश को आगे बढ़ाने का कार्य करें। ऐसे सभी कार्यक्रमों को सफल बनाने में प्रतिबद्धता से जुटें। राज्य में भाजपा के जिला कार्यालय स्थापित किए जा रहे हैं, कुछ स्थानों पर बन चुके हैं और कई स्थानों पर बनने की प्रक्रिया जारी है।
इस संदर्भ में खंडेलवाल ने बताया कि कार्यालय के लिए जमीन का आवंटन जल्दी हो और निर्माण भी शीघ्रता से हो, इसके लिए प्रयास किए जा रहे हैं। यह कार्यालय अत्याधुनिक होगा, इसके लिए भी प्रयास किए जा रहे हैं। हर जिले में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की व्यवस्था करने का भी प्रयास किया जा रहा है।
खंडेलवाल ने सभी पदाधिकारियों को निर्देशित किया कि वे सभी की बात सुनें और उन्हें महत्व देते हुए एकजुट रहें। हर कार्यक्रम की सफलता और हर चुनाव, हर बूथ पर जीत पर जोर दें। इस भावना से कार्य करें तो कोई भी प्रश्न चिह्न नहीं लगेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मन की बात कार्यक्रम का भी खंडेलवाल ने जिक्र किया और जहाँ भी कमी रही है, उसे सुधारने पर जोर दिया।