क्या गिरिराज सिंह के बयान पर इल्तिजा मुफ्ती का पलटवार सही है?
सारांश
Key Takeaways
- गिरिराज सिंह का विवादास्पद बयान हिजाब के संदर्भ में आया है।
- इल्तिजा मुफ्ती ने उनके बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है।
- हिजाब का मुद्दा मुस्लिम महिलाओं की पहचान से जुड़ा है।
- समाज में नफरत फैलाने वाले बयानों की गंभीरता को समझना जरूरी है।
- बयानों का राजनीतिक प्रभाव और सामाजिक परिणाम महत्वपूर्ण हैं।
नई दिल्ली, 18 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। हिजाब विवाद ने एक बार फिर सियासी माहौल को गरमा दिया है। इस बार यह मामला केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह के उस बयान से संबंधित है, जिसमें उन्होंने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का समर्थन करते हुए कहा कि नियुक्ति पत्र लेने के लिए चेहरा दिखाना आवश्यक है। पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती की बेटी और पार्टी की मीडिया प्रभारी इल्तिजा मुफ्ती ने उनके इस बयान पर तीव्र प्रतिक्रिया व्यक्त की है।
इल्तिजा मुफ्ती ने गिरिराज सिंह पर कटाक्ष करते हुए कहा कि इस व्यक्ति का विचार और भाषा इतनी गंदी है कि इसे केवल फिनाइल से ही साफ किया जा सकता है। उनका कहना है कि ऐसे बयान समाज में घृणा फैलाने का काम करते हैं और विशेष रूप से मुस्लिम समुदाय की भावनाओं को चोट पहुंचाते हैं।
इल्तिजा का कहना है कि हिजाब और नकाब मुस्लिम महिलाओं की पहचान और उनकी निजी आस्था का विषय हैं, जिस पर किसी को सवाल उठाने का अधिकार नहीं है। उन्होंने चेतावनी दी कि मुस्लिम माताओं और बहनों के हिजाब और नकाब के साथ छेड़छाड़ की हिम्मत न करें, अन्यथा मुस्लिम महिलाएं चुप नहीं रहेंगी। वे ऐसा सबक सिखाएंगी जो आपको और आपके जैसे लोगों को हमेशा याद रहेगा।
ज्ञात हो कि हाल ही में केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने आईएनएएस से बातचीत करते हुए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के समर्थन में हिजाब विवाद पर टिप्पणी की थी। उन्होंने कहा कि वायरल वीडियो में जिस महिला का हिजाब हटाया गया, उसमें सीएम नीतीश कुमार ने कुछ भी गलत नहीं किया है। गिरिराज सिंह ने सवाल उठाया कि जब कोई नियुक्ति पत्र लेने जाता है, तो क्या उसे चेहरा नहीं दिखाना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह कोई इस्लामिक देश नहीं है और सीएम नीतीश कुमार ने अभिभावक की भूमिका निभाई।
उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि जब पासपोर्ट बनवाने या एयरपोर्ट जाने का समय आता है, तो भी चेहरे को दिखाना आवश्यक होता है। उनका तर्क था कि लोग पाकिस्तान और इंग्लैंड की बात करते हैं, लेकिन भारत में कानून का राज चलेगा। उन्होंने स्पष्ट कहा कि सीएम नीतीश कुमार ने सही किया।