क्या यूपी सरकार ने हिमाचल प्रदेश के लिए राहत सामग्री भेजी?
 
                                सारांश
Key Takeaways
- उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने हिमाचल प्रदेश के लिए 37 ट्रक राहत सामग्री भेजी।
- सामग्री में दैनिक उपयोग की चीजें शामिल हैं।
- यह मदद हिमाचल के प्रभावित परिवारों के लिए महत्वपूर्ण है।
- मुख्यमंत्री राहत कोष में पहले ही 5 करोड़ रुपए दिए जा चुके हैं।
- प्रधानमंत्री ने 1,500 करोड़ रुपए की राहत राशि का ऐलान किया।
शिमला, 10 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। हिमाचल प्रदेश में आई भीषण आपदा के बीच मदद का सिलसिला जारी है। कुछ दिन पहले हरियाणा सरकार ने सहायता भेजी थी। अब उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने भी बड़ी राहत सामग्री भेजी है।
जिला कांगड़ा के नूरपुर के कंडवाल में यूपी सरकार की ओर से 37 ट्रकों में भारी मात्रा में राहत सामग्री पहुंची है। इनमें से 26 ट्रक पहुँच चुके हैं, जबकि बाकी रास्ते में हैं।
इस सामग्री को नेता प्रतिपक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष राजीव बिंदल, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष विपिन परमार, भाजपा नेता संजय गुलेरिया और पूर्व विधायक रीता धीमान समेत कई अन्य नेताओं ने रिसीव किया।
यूपी से आए मंत्री जसवंत सिंह सैनी खुद ट्रकों के साथ उपस्थित रहे। उनके साथ रेडक्रॉस शाखा के देवेंद्र कुमार, नीरज महेश्वरी और दीपक भी राहत सामग्री लेकर आए।
यूपी सरकार पहले ही मुख्यमंत्री राहत कोष में 5 करोड़ रुपए दे चुकी है। अब भेजी गई 28 तरह की राहत सामग्री में दैनिक उपयोग की चीजें शामिल हैं, जो चंबा समेत प्रभावित क्षेत्रों में वितरित की जाएंगी। इस आपदा में हिमाचल के कई जिले तबाह हो गए हैं और हजारों परिवार बेघर हुए हैं।
जयराम ठाकुर ने कहा कि आपदा ने प्रदेश की स्थिति को गंभीर बना दिया है। लेकिन, योगी सरकार की मदद हिमाचल हमेशा याद रखेगा। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 1,500 करोड़ रुपए की राहत राशि का ऐलान किया है, जो अब तक का सबसे बड़ा सहयोग है।
यूपी के मंत्री जसवंत सिंह सैनी ने कहा कि हिमाचल की आपदा अत्यंत दुःखद है। सरकार ने संकट की इस घड़ी में पीड़ितों की मदद के लिए 37 ट्रक भेजे हैं, जिनमें आवश्यक सामान हैं। जरूरत पड़ने पर और सहायता दी जाएगी।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष राजीव बिंदल ने भी यूपी सरकार के सहयोग की सराहना की और कहा कि यह आपदा प्रभावितों के लिए एक बड़ी राहत है। हिमाचल इस मदद को हमेशा याद रखेगा।
 
                     
                                             
                                             
                                             
                                             
                             
                             
                             
                            