क्या हिमाचल प्रदेश में बाढ़ से हुए नुकसान पर जयराम ठाकुर ने केंद्र से मदद की उम्मीद जताई?

सारांश
Key Takeaways
- बाढ़ ने हिमाचल प्रदेश में व्यापक नुकसान पहुँचाया है।
- जयराम ठाकुर ने केंद्र से मदद की उम्मीद जताई है।
- राज्य सरकार को राहत कार्यों में तेजी लानी चाहिए।
- दूरदराज के इलाकों में राहत सामग्री पहुँचाने की जरूरत है।
- मोबाइल कनेक्टिविटी और सड़क सुविधाएं धीरे-धीरे बहाल हो रही हैं।
मंडी, 6 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। हिमाचल प्रदेश में आई बाढ़ ने भीषण तबाही मचाई, जिससे लोगों के घर और संपत्ति को गंभीर नुकसान पहुँचा। इस संबंध में पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि मंडी जिले में आई आपदा के लिए केंद्र सरकार से शीघ्र ही सहायता प्राप्त होगी, लेकिन इससे पहले राज्य सरकार को राहत कार्यों में और तेजी लाने की ज़रूरत है।
जयराम ठाकुर ने रविवार को मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि वह लगातार पीएमओ के संपर्क में हैं और कई केंद्रीय मंत्रियों के साथ इस विषय पर चर्चा कर चुके हैं। केंद्र सरकार ने हरसंभव मदद का आश्वासन दिया है और यह मदद निश्चित रूप से मिलेगी। उन्होंने कहा कि अब मौसम भी अनुकूल है, ऐसे में राज्य सरकार को राहत कार्यों में तेजी लाने की आवश्यकता है।
उन्होंने कहा कि दूरदराज के इलाकों में जल्दी से जल्दी राशन और अन्य राहत सामग्री पहुँचाने की आवश्यकता है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि राज्य सरकार पूरी गंभीरता से राहत कार्यों को गति देगी। सराज, नाचन और करसोग में अब भी 45 से अधिक लोग लापता हैं। सराज से अब तक 11 शव बरामद किए गए हैं। यह आंकड़ा और बढ़ सकता है।
जयराम ठाकुर ने भाजपा सांसद और बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत के दौरे पर कहा कि वह प्रतिनिधि के रूप में जनता के दुख को साझा करने आई थीं। सांसद के पास ऐसा कोई प्रावधान नहीं होता कि वह कोई घोषणा कर सके, लेकिन उन्होंने सांसद निधि के माध्यम से मदद का आश्वासन दिया। कंगना ने कहा कि जो भी सांसद निधि प्राप्त होगी, उसे बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्यों में तेजी लाने के लिए खर्च करने का प्रयास किया जाएगा।
जयराम ठाकुर ने बताया कि थुनाग और लंबा थाच तक सड़क सुविधाएं बहाल हो गई हैं, लेकिन इससे आगे सड़क मार्ग को बहाल करने में अभी और समय लगेगा। सड़क के साथ अन्य व्यवस्थाएं भी बहाल हो रही हैं। अब मोबाइल कनेक्टिविटी भी बहाल हो गई है। नुकसान बहुत अधिक हुआ है, जिसका सही अंदाजा लगाना अभी मुश्किल है।
उन्होंने बताया कि बतौर विधायक उन्होंने भी अपना कैंप ऑफिस थुनाग में ही स्थानांतरित कर दिया है और वे यहीं से सभी व्यवस्थाओं का संचालन कर रहे हैं।