क्या हैं रॉबर्ट वाड्रा के बारे में असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा का कटाक्ष?
सारांश
Key Takeaways
- हिमंत बिस्वा सरमा ने रॉबर्ट वाड्रा पर सवाल उठाए।
- बिहार चुनाव परिणामों पर रॉबर्ट वाड्रा की चिंता।
- राजनीति में व्यक्तिगत संबंधों का महत्व।
- चुनाव आयोग की भूमिका पर सवाल।
- बांग्लादेशी नागरिकों के मुद्दे पर हिमंत बिस्वा सरमा का बयान।
पटना, 20 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के बहनोई और व्यवसायी रॉबर्ट वाड्रा पर कड़ा प्रहार किया है। यह प्रहार बिहार विधानसभा चुनाव के परिणामों पर रॉबर्ट वाड्रा के उठाए गए सवालों के संदर्भ में था।
जब पत्रकारों ने हिमंत बिस्वा सरमा से पूछा, 'रॉबर्ट वाड्रा का कहना है कि हार-जीत होती रहेगी। राहुल गांधी लगातार आंदोलन कर रहे हैं।' इस पर मुख्यमंत्री ने कहा, 'रॉबर्ट वाड्रा कौन हैं? क्या वह सांसद या विधायक हैं? क्या हमें अब राहुल गांधी के जीजा का पीछा करना होगा?'
इसके पहले, व्यवसायी रॉबर्ट वाड्रा ने बिहार चुनाव के परिणामों को ठुकराते हुए दोबारा चुनाव कराने की मांग की थी और आरोप लगाया था कि चुनाव आयोग ने एनडीए की सहायता की है।
उन्होंने महागठबंधन की हार पर कहा, 'सभी को लग रहा है कि जो चुनाव हुआ है, उसमें चुनाव आयोग ने एनडीए सरकार को जिताने के लिए प्रयास किए हैं। लोग नतीजों से संतुष्ट नहीं हैं। 10 हजार रुपये देकर लोगों को खरीदा जा रहा है। ऐसी घटनाएं नहीं होनी चाहिए थीं। चुनाव आयोग को इसे रोकना चाहिए था, लेकिन उन्होंने इसे चलने दिया।'
उन्होंने आगे कहा, 'देश और बिहार की जनता इस नतीजे से खुश नहीं है। अगर चुनाव फिर से हों और बैलेट पेपर से हों तो नतीजे निश्चित रूप से बदलेंगे।'
इस दौरान, सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने पश्चिम बंगाल में एसआईआर प्रक्रिया के तहत बांग्लादेशी नागरिकों के राज्य छोड़ने पर भी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, 'बांग्लादेशियों को भारत में क्यों रहना चाहिए? अगर एसआईआर उन्हें भारत छोड़ने पर मजबूर करता है, तो हमें इस कदम का स्वागत करना चाहिए।'
असम के मुख्यमंत्री गुरुवार को पटना पहुंचे और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुए। उन्होंने नीतीश कुमार और उनकी कैबिनेट के नवनिर्वाचित मंत्रियों को बधाई दी।