क्या स्वतंत्रता दिवस पर नॉर्थ-ईस्ट राज्यों में सुरक्षा बढ़ी है?

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क्या स्वतंत्रता दिवस पर नॉर्थ-ईस्ट राज्यों में सुरक्षा बढ़ी है?

सारांश

79वें स्वतंत्रता दिवस से पहले उत्तर-पूर्वी राज्यों में सुरक्षा को सख्त किया गया है। विशेष बलों की तैनाती और निगरानी में वृद्धि की गई है। जानिए किस प्रकार से राज्यों में सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत किया गया है और इसके पीछे के कारण क्या हैं।

Key Takeaways

  • उत्तर-पूर्वी राज्यों में सुरक्षा को सख्त किया गया है।
  • अतिरिक्त बलों की तैनाती की गई है।
  • विशेष चेक पोस्ट स्थापित किए गए हैं।
  • हवाई अड्डों और बाजारों में निगरानी बढ़ाई गई है।
  • सभी नागरिकों की सुरक्षा को प्राथमिकता दी जा रही है।

गुवाहाटी, 14 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। 79वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर शुक्रवार को होने वाले समारोह से पहले गुरुवार को पूरे उत्तर-पूर्वी प्रदेश में सुरक्षा को और अधिक सख्त करते हुए अतिरिक्त बलों की तैनाती की गई है।

मणिपुर में, इंफाल घाटी से लेकर पहाड़ी क्षेत्रों तक, सुरक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ किया गया है। वरिष्ठ अधिकारियों की देखरेख में सेना, असम राइफल्स, सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ), केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ), भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) और मणिपुर पुलिस की बड़ी तैनाती की गई है ताकि मई 2023 से चल रहे जातीय तनाव के बीच शांतिपूर्ण आयोजन सुनिश्चित हो सके।

राज्य के मुख्य समारोह का आयोजन इंफाल के फर्स्ट मणिपुर राइफल्स ग्राउंड में होगा। सुरक्षा के दृष्टिकोण से विभिन्न स्थानों पर मोबाइल चेक पोस्ट बनाए गए हैं, जहाँ वाहनों की जांच और यात्रियों की तलाशी ली जा रही है। कुछ प्रतिबंधित संगठनों ने पहले की तरह इस बार भी स्वतंत्रता दिवस के विरोध में शुक्रवार को बंद का आह्वान किया है। पूर्व मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह और भाजपा मणिपुर अध्यक्ष अधिकारिमयुम शारदा देवी ने इंफाल पूर्व के लुवांगसांगबम से एक विशाल तिरंगा रैली निकाली।

मेघालय में, बीएसएफ ने 443 किलोमीटर लंबे भारत-बांग्लादेश सीमा के संवेदनशील हिस्सों को सील कर दिया है। यह कदम हाल ही में दक्षिण पश्चिम खासी हिल्स जिले में बांग्लादेशी घुसपैठियों के हमले के बाद उठाया गया, जिसमें एक ग्रामीण घायल हुआ और संपत्ति को नुकसान पहुंचा। 8 अगस्त को 8-10 घुसपैठियों ने गांव में हमला किया, जिसके बाद 9 से 11 अगस्त के बीच बीएसएफ और मेघालय पुलिस ने छह बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया। उनके पास से हथियार, संचार उपकरण, मुद्रा, विस्फोटक जैसी संदिग्ध वस्तुएं और हथकड़ी बरामद की गईं।

सीमा से लगे जिलों में जिला प्रशासन ने भारत-बांग्लादेश और भारत-म्यांमार सीमा पर आवागमन व कुछ वस्तुओं की ढुलाई पर सख्त पाबंदियां लगाई हैं। भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (बीएनएसएस) की धारा 163 के तहत सूर्यास्त से सूर्योदय तक अंतरराष्ट्रीय सीमा से एक किलोमीटर के दायरे में लोगों की आवाजाही पर रोक है।

बीएसएफ ने असम, त्रिपुरा, मेघालय और मिजोरम से लगी 1880 किमी लंबी भारत-बांग्लादेश सीमा पर गश्त तेज कर दी है, जबकि असम राइफल्स ने मिजोरम, मणिपुर, अरुणाचल प्रदेश और नागालैंड से लगी 1643 किमी लंबी भारत-म्यांमार सीमा पर चौकसी बढ़ा दी है।

त्रिपुरा के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि स्वतंत्रता दिवस से पहले भले ही किसी उग्रवादी संगठन या शत्रुतापूर्ण तत्व से कोई सीधा खतरा नहीं है, लेकिन सुरक्षा और सतर्कता बढ़ाने के लिए कई कदम उठाए गए हैं। हवाई अड्डों, रेलवे स्टेशनों, बस अड्डों, बाजारों, मॉल और भीड़भाड़ वाले स्थानों पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है। रात में गश्त बढ़ा दी गई है और बम व डॉग स्क्वॉड लगातार जांच कर रहे हैं।

असम राइफल्स के एक अधिकारी ने बताया कि मिजोरम में भारत-म्यांमार की बिना बाड़ वाली सीमा पर भी जवान हाई अलर्ट पर हैं। बढ़ी हुई चौकसी के चलते हाल के समय में इस मार्ग से ड्रग और हथियारों की तस्करी में काफी कमी आई है।

Point of View

यह आवश्यक है कि हम सभी सुरक्षा के मामलों में सजग रहें। स्वतंत्रता दिवस का समारोह एक महत्वपूर्ण अवसर है, और हमें सुनिश्चित करना चाहिए कि सभी नागरिक सुरक्षित रहें।
NationPress
23/08/2025

Frequently Asked Questions

स्वतंत्रता दिवस पर सुरक्षा क्यों बढ़ाई गई है?
स्वतंत्रता दिवस पर सुरक्षा बढ़ाई गई है ताकि किसी भी प्रकार की हिंसा या तनाव को नियंत्रित किया जा सके।
कौन-कौन से बल तैनात किए गए हैं?
सेना, बीएसएफ, सीआरपीएफ और असम राइफल्स जैसे बलों की तैनाती की गई है।
क्या स्वतंत्रता दिवस पर कोई खतरा है?
हालांकि कोई सीधा खतरा नहीं है, फिर भी सुरक्षा को लेकर सतर्कता बढ़ाई गई है।