क्या यमन के हूती विद्रोहियों ने इजरायल के ऐलात शहर पर ड्रोन हमला किया?

सारांश
Key Takeaways
- हूती विद्रोहियों का इजरायल पर ड्रोन हमला किया गया।
- इजरायली सेना ने हमले को नाकाम किया।
- हूती विद्रोही लंबे समय से यमन सरकार के खिलाफ संघर्षरत हैं।
- हूती विद्रोहियों को ईरान का समर्थन प्राप्त है।
- इस प्रकार के हमले क्षेत्र में अस्थिरता बढ़ाते हैं।
यरुशलम, 6 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। यमन के हूती विद्रोहियों ने रविवार की रात इजरायल के लाल सागर के रिसॉर्ट शहर ऐलात पर एक ड्रोन हमला किया। हालांकि, इजरायली सेना ने इस मानवरहित विमान को रोकने में सफलता प्राप्त की।
इजरायली सेना ने एक बयान में कहा, "ऐलात क्षेत्र में एक दुश्मन विमान की घुसपैठ के बाद सायरन बजने लगा, जिसके तुरंत बाद कार्रवाई करते हुए
यमन से प्रक्षिप्त एक यूएवी को इजरायली वायु सेना ने नष्ट कर दिया। पुलिस ने बताया कि अधिकारी इलाके की तलाशी ले रहे हैं, लेकिन किसी के हताहत होने की कोई सूचना नहीं है।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, हूती बलों ने इस मामले पर कोई टिप्पणी नहीं की है। इससे पहले, हूती बलों ने इजरायल के मध्य भाग की ओर एक मिसाइल दागने का दावा किया था, जिसमें उन्होंने कहा कि उन्होंने इजरायल के संवेदनशील स्थलों को निशाना बनाया। इजरायली सेना ने इस मिसाइल को नाकाम करने का भी दावा किया।
इससे पूर्व, 26 सितंबर को यमन के हूती समूह ने इजरायल पर एक मिसाइल दागने का उल्लेख किया था। हूती द्वारा संचालित अल-मसीरा टीवी पर प्रसारित बयान में, हूती सैन्य प्रवक्ता याह्या सरिया ने कहा कि उन्होंने गुरुवार रात दक्षिणी तेल अवीव के जाफा क्षेत्र में एक संवेदनशील लक्ष्य की ओर हाइपरसोनिक बैलिस्टिक मिसाइल दागी।
इसका परिणाम यह हुआ कि इजरायल के बेन गुरियन हवाई अड्डे पर हवाई यातायात अस्थायी रूप से रुक गया और हजारों इजरायली निवासियों को शरण लेने के लिए मजबूर होना पड़ा। हूती सैन्य प्रवक्ता ने कहा कि यह मिसाइल हमला गाजा पट्टी के फिलिस्तीनी क्षेत्र पर इजरायली आक्रमण और यमन की राजधानी सना पर कुछ घंटे पहले हुए इजरायली हवाई हमलों का जवाब था।
हूती विद्रोही यमन सरकार के विरुद्ध लंबे समय से संघर्ष कर रहे हैं। इन्हें ईरान से समर्थन प्राप्त है। हूती विद्रोहियों का एक गुट पश्चिमी देशों का विरोधी है और उनके राजनीतिक एवं सैन्य गठबंधन का विरोध करता है।