क्या तिमाही नतीजे, महंगाई और वैश्विक आर्थिक आंकड़े भारतीय बाजार का रुख तय करेंगे?

सारांश
Key Takeaways
- तिमाही नतीजे बाजार की दिशा तय करेंगे।
- महंगाई के आंकड़े महत्वपूर्ण होंगे।
- अमेरिका से वैश्विक आर्थिक आंकड़े भी प्रभावित करेंगे।
- आईटी शेयरों में बिकवाली का दबाव है।
- एफएमसीजी में खरीदारी देखने को मिली है।
नई दिल्ली, 13 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। भारतीय शेयर बाजार के लिए अगला कारोबारी हफ्ता अत्यंत महत्वपूर्ण साबित होने वाला है। तिमाही नतीजे, खुदरा महंगाई के आंकड़े, अमेरिका-भारत व्यापार सौदे के संबंध में नए अपडेट और वैश्विक आर्थिक आँकड़ों से बाजार की दिशा प्रभावित होगी।
14-18 जुलाई के कारोबारी सत्र में एचसीएल टेक, नेल्को, टाटा टेक, तेजस नेटवर्क, एडब्लूएल एग्री बिजनेस, एचडीएफसी लाइफ, बैंक ऑफ महाराष्ट्र, आईटीसी होटल्स, एक्सिस बैंक, एचडीएफसी एमएसी, इंडियन होटल्स, पॉलीकैब, विप्रो और जेएसडब्लू स्टील जैसी कंपनियों के नतीजे जारी होंगे।
साथ ही, 14 जुलाई को जून के थोक और खुदरा महंगाई के आंकड़े भी सामने आएंगे। इनकी बाजार पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ने की संभावना है।
बजाज ब्रोकिंग रिसर्च के अनुसार, वैश्विक स्तर पर 15 जुलाई को अमेरिका में महंगाई और 16 जुलाई को औद्योगिक उत्पादन के आंकड़े जारी होंगे। इसके अलावा, 17 जुलाई को अमेरिका में जॉब क्लेम्स के आंकड़े भी सामने आएंगे।
एसबीआई सिक्योरिटीज के तकनीकी और डेरिवेटिव्स रिसर्च प्रमुख सुदीप शाह ने कहा कि वर्तमान में भारतीय बाजार अपने वैश्विक समकक्षों की तुलना में अपेक्षाकृत कमजोर प्रदर्शन कर रहा है। यह स्थिति घरेलू शेयर बाजारों में समेकन और सतर्कता का संकेत देती है।
उन्होंने यह भी बताया कि आने वाले समय में दो प्रमुख कारक, टैरिफ पर नया अपडेट और पहली तिमाही का आय सीजन, बाजार की चाल को प्रभावित कर सकते हैं।
पिछला हफ्ता शेयर बाजार के लिए उतार-चढ़ाव
इस दौरान आईटी शेयरों में बिकवाली का दबाव रहा, जिससे निफ्टी आईटी इंडेक्स 3.76 प्रतिशत गिर गया। निफ्टी ऑटो इंडेक्स में 2.03 प्रतिशत, निफ्टी इन्फ्रा और निफ्टी एनर्जी क्रमशः 1.88 प्रतिशत और 1.13 प्रतिशत की गिरावट के साथ बंद हुए। हालाँकि, एफएमसीजी शेयरों में खरीदारी का रुझान देखने को मिला और निफ्टी एफएमसीजी इंडेक्स 2.15 प्रतिशत की वृद्धि के साथ समाप्त हुआ।