क्या जी-7 के तेहरान विरोधी दावे 'निराधार और गैर-जिम्मेदाराना' हैं?

Click to start listening
क्या जी-7 के तेहरान विरोधी दावे 'निराधार और गैर-जिम्मेदाराना' हैं?

सारांश

ईरान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता इस्माइल बघई ने जी-7 देशों के आरोपों को निराधार और गैर-जिम्मेदाराना बताते हुए कहा है कि हाल के बयान में ईरान पर लगाए गए आरोपों का कोई आधार नहीं है। जानें इस विवाद के पीछे की सच्चाई और ईरान की स्थिति।

Key Takeaways

  • ईरान के विदेश मंत्रालय ने जी-7 के आरोपों को निराधार बताया।
  • ईरान का कहना है कि वह संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के नियमों का पालन करता है।
  • ईरान ने यूक्रेन युद्ध में हस्तक्षेप से इनकार किया।
  • ईरान शांतिपूर्ण परमाणु कार्यक्रम का समर्थन करता है।
  • ईरान ने E3 और अमेरिका की कार्रवाइयों की आलोचना की।

तेहरान, १४ नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। ईरान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता इस्माइल बघई ने जी-७ देशों द्वारा उठाए गए आरोपों को बेबुनियाद और गैर-जिम्मेदाराना करार दिया है। उन्होंने कहा कि हाल ही में जारी जी-७ के बयान में ईरान पर लगे आरोपों का कोई ठोस आधार नहीं है।

समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, यह प्रतिक्रिया कनाडा के नियाग्रा क्षेत्र में आयोजित जी-७ विदेश मंत्रियों की बैठक के बाद जारी संयुक्त घोषणा के संदर्भ में दी गई। जी-७ देशों ने आरोप लगाया था कि ईरान, यूक्रेन युद्ध में रूस को सैन्य सहायता दे रहा है।

उन्होंने यह भी कहा कि ईरान को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के नियमों और परमाणु अप्रसार संधि का पालन करना चाहिए तथा अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी के साथ पूर्ण सहयोग करना चाहिए। इस प्रक्रिया में सभी परमाणु केंद्रों की जांच भी शामिल है।

जी-७ मंत्रियों ने ईरान से अमेरिका के साथ सीधे संवाद करने की मांग की, जिसमें फ्रांस, ब्रिटेन और जर्मनी (जिन्हें सामूहिक रूप से E3 कहा जाता है) का समर्थन भी शामिल है। इसके साथ ही सभी देशों से कहा गया कि वे संयुक्त राष्ट्र द्वारा सितंबर में बहाल किए गए पुराने प्रतिबंधों का पालन करें।

बघई ने जी-७ देशों की आलोचना करते हुए कहा कि वे E3 और अमेरिका की उन गलत और गैर-कानूनी कार्रवाइयों का समर्थन कर रहे हैं, जिनके जरिए २०१५ के परमाणु समझौते की विवाद निपटान प्रक्रिया का दुरुपयोग करके पुराने प्रतिबंधों को पुनः लागू किया गया है।

उन्होंने यह भी कहा कि अमेरिका और इजरायल ने ईरान के शांतिपूर्ण परमाणु केंद्रों पर हमला करके अवैध आक्रामकता की है। ऐसे में बिना इन हमलों का जिक्र किए जी-७ का ईरान से IAEA के साथ सहयोग की मांग करना, हस्तक्षेप और ढोंग है।

यूक्रेन युद्ध से जुड़े आरोपों को भी बघई ने गैर-जिम्मेदाराना बताया। उन्होंने कहा कि ईरान युद्ध के खिलाफ है और बातचीत तथा संवाद के जरिए इस विवाद के समाधान का समर्थन करता है।

Point of View

यह स्पष्ट है कि ईरान की स्थिति को समझना और उसके प्रति संतुलित दृष्टिकोण रखना आवश्यक है। जी-7 के आरोपों के संदर्भ में ईरान का बयान यह दर्शाता है कि वह अपनी स्वायत्तता और शांतिपूर्ण परमाणु कार्यक्रम के अधिकारों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है।
NationPress
14/11/2025

Frequently Asked Questions

जी-7 देशों ने ईरान पर कौन से आरोप लगाए हैं?
जी-7 देशों ने आरोप लगाया है कि ईरान, यूक्रेन युद्ध में रूस को सैन्य सहायता दे रहा है।
ईरान ने जी-7 के आरोपों पर क्या प्रतिक्रिया दी है?
ईरान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता इस्माइल बघई ने इन आरोपों को बेबुनियाद और गैर-जिम्मेदाराना बताया है।
क्या ईरान युद्ध के खिलाफ है?
हां, ईरान ने कहा है कि वह युद्ध के खिलाफ है और बातचीत के माध्यम से विवाद का समाधान चाहता है।