क्या राहुल गांधी चुनाव हारेंगे तो आरोप ही लगाएंगे?
सारांश
Key Takeaways
- राहुल गांधी लगातार चुनाव हार रहे हैं।
- जगन्नाथ सरकार ने उनकी हार पर सवाल उठाए हैं।
- वोटर लिस्ट की सही जानकारी आवश्यक है।
- पश्चिम बंगाल में चुनाव अगले साल होंगे।
- सरकार सुधारों में लगी हुई है।
नई दिल्ली, 9 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। भाजपा सांसद जगन्नाथ सरकार ने लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि वे लगातार चुनाव हार रहे हैं। बिहार विधानसभा चुनाव में भी इंडिया महागठबंधन को कड़ी हार का सामना करना पड़ा। जब चुनाव हारते हैं, तो कहीं न कहीं हार का ठीकरा उन पर ही फूटता है, इसलिए चुनाव हारने के बाद राहुल गांधी आरोप लगाते हैं।
भाजपा सांसद का यह बयान उस समय आया है, जब मंगलवार को संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान राहुल गांधी ने वोट चोरी, एसआईआर जैसे मुद्दों पर केंद्र सरकार को घेरने की कोशिश की। राहुल गांधी ने कहा कि मैं बिहार में एसआईआर के बारे में कुछ कहना चाहता हूं। ऐसा क्यों है कि एसआईआर के बाद भी बिहार में वोटिंग लिस्ट में 1.2 लाख डुप्लीकेट फोटो हैं? यदि आपने वोटिंग लिस्ट को साफ कर दिया है, तो बिहार में 1.2 लाख डुप्लीकेट फोटो क्यों हैं? हमने यह सिर्फ बिहार के बारे में साबित नहीं किया है, बल्कि यह कर्नाटक और महाराष्ट्र में भी साबित किया है। मुझे पूरा विश्वास है कि इसी तरह आप मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, बिहार और पूरे देश में चुनाव जीतते हैं।
लोकसभा में राहुल गांधी के संबोधन के बाद भाजपा सांसद ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत की।
भाजपा सांसद जगन्नाथ सरकार ने आगे कहा कि राहुल गांधी हर चुनाव में बार-बार हार रहे हैं, इसलिए वे आरोप लगाते हैं। एसआईआर के मुद्दे को उठाना आवश्यक है। सभी के लिए सही वोटर लिस्ट होना बहुत महत्वपूर्ण है। सभी जानते हैं कि वोटर लिस्ट सही होनी चाहिए, इसलिए किसी को भी साफ और सटीक वोटर लिस्ट से कम कुछ भी मंजूर नहीं होना चाहिए। चुनाव का खर्चा बहुत अधिक है, और वोटर लिस्ट में फर्जी वोटर नहीं होना चाहिए।
उन्होंने पश्चिम बंगाल में होने वाले विधानसभा चुनाव का जिक्र करते हुए कहा कि अगले साल पश्चिम बंगाल में चुनाव होंगे। बिहार की जीत सबसे महत्वपूर्ण थी। जैसे गंगा का पानी बिहार से बंगाल में बहता है, वैसे ही इस बार हम वहां भी जीतेंगे।
उन्होंने केंद्र सरकार की कार्यशैली की सराहना करते हुए कहा कि हमारी सरकार जनता के लिए बड़े पैमाने पर कार्य कर रही है और सुधार लागू कर रही है, और जब भी सुधार होते हैं, तो लोगों का समर्थन और भागीदारी बहुत आवश्यक होती है।