क्या संसद में हंगामे पर जगन्नाथ सरकार ने टीएमसी को 'सबसे भ्रष्ट पार्टी' बताया?

सारांश
Key Takeaways
- जगन्नाथ सरकार ने टीएमसी पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया।
- विधेयक का लक्ष्य भ्रष्ट सांसदों को हटाना है।
- संसद को कानून का पालन करना चाहिए।
- राहुल गांधी की यात्रा को राजनीतिक बताया गया।
- कांग्रेस को परिवारवाद का आरोप लगाया गया।
नई दिल्ली, 20 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। संसद में गंभीर आपराधिक मामलों का सामना कर रहे सांसदों को अयोग्य ठहराने संबंधी विधेयक पर चर्चा के दौरान हुए हंगामे को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद जगन्नाथ सरकार ने विपक्ष, विशेषकर टीएमसी पर तीखा हमला किया। उन्होंने कहा कि तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) आज देश की सबसे भ्रष्ट पार्टी बन चुकी है और इसी कारण से इस विधेयक से भयभीत होकर इसका विरोध कर रही है।
जगन्नाथ सरकार ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा, "आज भारत में सबसे भ्रष्ट पार्टी ममता बनर्जी के नेतृत्व में चल रही टीएमसी है। इसलिए वे इस बिल से डर रहे हैं, इसे फाड़ रहे हैं, हंगामा कर रहे हैं। लेकिन संसद को कानून का पालन करना चाहिए। यदि उनके पास कोई तर्क है तो उन्हें उचित तरीके से उठाना चाहिए, न कि इस तरह का आचरण करना चाहिए।"
उल्लेखनीय है कि संसद में पेश इस विधेयक का उद्देश्य उन सांसदों को हटाना है जिन पर गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं और जिनके खिलाफ आरोपपत्र दाखिल हो चुका है। इस पर बोलते हुए भाजपा सांसद ने कहा, "यह विधेयक पूरी तरह से जनहित में और भ्रष्टाचार के खिलाफ एक ठोस कदम है। संसद में बैठे जनप्रतिनिधियों का दामन बेदाग होना चाहिए। जनता का भरोसा तभी बना रहेगा जब भ्रष्ट लोगों को बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा।"
वहीं, कांग्रेस नेता राहुल गांधी की ‘वोट अधिकार यात्रा’ को लेकर भी जगन्नाथ सरकार ने तंज कसते हुए कहा कि राहुल गांधी केवल राजनीति कर रहे हैं, जबकि देश की जनता अब सच्चाई समझ चुकी है।
उन्होंने कहा, "अगर राहुल गांधी में हिम्मत है तो अपने दावों को साबित करें। कांग्रेस अब जनता के साथ नहीं है। पहले कांग्रेस एक पार्टी नहीं बल्कि आजादी की लड़ाई का एक प्लेटफॉर्म थी। लेकिन अब हालात ऐसे हो गए हैं कि कांग्रेस पाकिस्तान और चीन के पक्ष में खड़ी नजर आती है।"
उन्होंने कांग्रेस पर परिवारवाद का आरोप लगाते हुए कहा कि यही कारण है कि पार्टी दिन-ब-दिन कमजोर होती जा रही है। बिहार चुनाव का हवाला देते हुए उन्होंने दावा किया कि बिहार में कांग्रेस का पूरी तरह से सफाया हो जाएगा।