क्या पश्चिमी दिल्ली में 'मिनी पाकिस्तान' जैसी स्थिति है? जगद्गुरु रामभद्राचार्य ने कहा

सारांश
Key Takeaways
- पश्चिमी दिल्ली में स्थिति को 'मिनी पाकिस्तान' कहा गया है।
- इस स्थिति को समाप्त करने का आह्वान किया गया है।
- भारत की एकता और अखंडता की रक्षा का महत्व बताया गया।
- संस्कृतिक विरासत को संरक्षित करना नागरिकों का कर्तव्य है।
शिर्डी, 8 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। संतों की पवित्र भूमि शिर्डी में जगद्गुरु रामभद्राचार्य ने बुधवार को शिर्डी हवाई अड्डे पर संवाददाताओं से चर्चा करते हुए अपने विवादास्पद बयान को पुनः दोहराया और कहा कि पश्चिमी दिल्ली में 'मिनी पाकिस्तान' जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई है।
उन्होंने इस स्थिति को समाप्त करने की आवश्यकता पर जोर दिया। इसके साथ ही, उन्होंने देशवासियों से भारत की एकता और अखंडता की रक्षा के लिए एकजुट होकर काम करने का आह्वान किया।
जगद्गुरु रामभद्राचार्य ने शिर्डी पहुंचकर संतों की इस पावन धरती को नमन करते हुए कहा, "मैं संत नामदेव, तुकाराम और एकनाथ को प्रणाम करता हूं। मैं सभी का अभिवादन करता हूं और अपने देशवासियों से अनुरोध करता हूं कि वे एकजुट होकर भारत माता की एकता, अखंडता और स्वतंत्रता की रक्षा करें। 'राष्ट्र देवो भवः' का संदेश देते हुए हमें अपने देश की संप्रभुता को अक्षुण्ण बनाए रखना होगा।
पश्चिमी दिल्ली को 'मिनी पाकिस्तान' कहने वाले अपने पुराने बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए जगद्गुरु रामभद्राचार्य ने स्पष्ट किया, "मैंने जो कहा था, वह पूरी तरह सही था। पश्चिमी दिल्ली में ऐसी स्थिति बन रही थी, जिसे अब समाप्त करना होगा। इसे कैसे रोका जाएगा? हमें इस दिशा में विचार करना होगा।"
रामभद्राचार्य ने आगे कहा कि भारत की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक विरासत को संरक्षित करना प्रत्येक नागरिक का कर्तव्य है। भारत की एकता और अखंडता के लिए सभी को एकसाथ मिलकर प्रयास करना चाहिए।
उनके इस बयान ने एक बार फिर विवाद को जन्म दिया है, क्योंकि यह पहली बार नहीं है जब उन्होंने इस तरह की टिप्पणियां की हैं। इससे पहले उत्तर प्रदेश के मेरठ में कथा के दौरान उन्होंने इस क्षेत्र को 'मिनी पाकिस्तान' कहा था, जिसके बाद कई चर्चाएं हुई थीं। ऐसे में उन्होंने एक बार फिर पश्चिमी दिल्ली को 'मिनी पाकिस्तान' बताकर नया विवाद खड़ा कर दिया है।