क्या जयपुर के रिसॉर्ट में आग लगने से पर्यटक बाल-बाल बचे?
 
                                सारांश
Key Takeaways
- सुरक्षा उपायों पर ध्यान देने की आवश्यकता है।
- स्थानीय समुदाय और कर्मचारियों की तत्परता महत्वपूर्ण है।
- आग बुझाने के लिए संसाधनों का सही उपयोग।
- घटनाओं से सीखना और भविष्य में सुरक्षा बढ़ाना।
- पर्यटकों की सुरक्षा सर्वोपरि है।
जयपुर, 31 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। विश्व प्रसिद्ध सैम सैंड ड्यून्स के निकट एक रिसॉर्ट में गुरुवार की रात भीषण आग लग गई। उस समय तेज हवाएं चल रही थीं, जिससे आग ने तेजी से फैलाव किया और कुछ ही क्षणों में आधा दर्जन लक्जरी टेंट जलकर राख हो गए।
यह घटना उस समय हुई जब रिसॉर्ट में कई देशी-विदेशी पर्यटक ठहरे हुए थे। लेकिन कर्मचारियों के त्वरित प्रयासों के चलते सभी मेहमानों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। आग को देखकर पर्यटकों और स्थानीय निवासियों में दहशत फैल गई, लेकिन कोई हताहत नहीं हुआ।
सूचना मिलने पर पुलिस थाना प्रभारी एक टीम के साथ घटनास्थल पर पहुंचे। स्थानीय निवासियों और रिसॉर्ट कर्मचारियों की मदद से लगभग एक घंटे की कड़ी मेहनत के बाद आग पर काबू पाया गया। इस दौरान, टेंट के अंदर रखा फर्नीचर, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण और अन्य सामान पूरी तरह से नष्ट हो गए।
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि रेगिस्तान में रात में तेज हवाओं के कारण आग पर काबू पाना चुनौतीपूर्ण हो गया, जो तेजी से पूरे कैंप क्षेत्र में फैल गई।
स्थानीय लोगों ने दमकल विभाग के पहुंचने से पहले ही पानी के टैंकरों, रेत और अन्य संसाधनों से आग बुझा दी।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, जब आग लगी, तब रिसॉर्ट में एक सांस्कृतिक कार्यक्रम चल रहा था। पर्यटक खुले प्रांगण में लोक संगीत और नृत्य का आनंद ले रहे थे, जिससे एक बड़ा हादसा टल गया, क्योंकि उस समय अधिकांश मेहमान अपने टेंट के बाहर थे।
पांच टेंट पूरी तरह जलकर खाक हो गए, जबकि दो-तीन अन्य को आंशिक नुकसान हुआ।
प्रारंभिक जांच से संकेत मिलता है कि आग शॉर्ट सर्किट के कारण लगी हो सकती है, लेकिन सही कारण की पुष्टि अभी तक नहीं हो पाई है।
पुलिस ने आगे की जांच के लिए एफएसएल टीम को बुलाया है और कुल नुकसान का आकलन अभी चल रहा है।
यह घटना सैम सैंड ड्यून्स क्षेत्र में संचालित लगभग 150 रिसॉर्ट्स और कैंपों के सामने आने वाली अग्नि सुरक्षा चुनौतियों की ओर संकेत करती है।
 
                     
                                             
                                             
                                             
                                             
                             
                             
                             
                            