क्या जैसलमेर बस हादसे में चालक और मालिक की गिरफ्तारी ने न्याय की ओर एक कदम बढ़ाया?

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क्या जैसलमेर बस हादसे में चालक और मालिक की गिरफ्तारी ने न्याय की ओर एक कदम बढ़ाया?

सारांश

जैसलमेर बस हादसे की गहन जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया है। 22 लोगों की जान जाने के बाद, पुलिस ने चालक और मालिक को गिरफ्तार किया है। क्या इससे न्याय की उम्मीद बँधती है? जानिए पूरी जानकारी इस लेख में।

Key Takeaways

  • जैसलमेर बस हादसे ने पूरे देश को झकझोर दिया है।
  • 22 लोगों की जान गई और कई घायल हुए हैं।
  • पुलिस ने बस चालक और मालिक को गिरफ्तार किया है।
  • विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया गया है।
  • मुख्यमंत्री ने पीड़ितों के लिए मुआवजे की घोषणा की है।

जयपुर, 16 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। राजस्थान पुलिस ने जैसलमेर में हाल ही में घटित हुई बस दुर्घटना के मामले में गुरुवार को बस चालक शौकत और मालिक तुराब अली को गिरफ्तार किया है। इस दुर्घटना में 22 लोगों की जान गई थी और कई अन्य घायल हुए थे।

दोनों आरोपियों को बुधवार रात पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया और पूछताछ के बाद उनकी गिरफ्तारी की पुष्टि की गई।

जैसलमेर के पुलिस अधीक्षक (एसपी) अभिषेक शिवहरे ने बताया कि घटनास्थल पर दो शिकायतें दर्ज की गई हैं - एक राजेंद्र सिंह चौहान के भाई चंदन सिंह द्वारा और दूसरी गोपीलाल दर्जी के भाई जगदीश द्वारा। पुलिस ने शिकायतों पर त्वरित कार्रवाई करते हुए मामले दर्ज किए हैं।

घटना की गहन जांच के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया गया है।

इस विशेष टीम का नेतृत्व जैसलमेर के सहायक पुलिस अधीक्षक (एएसपी) कैलाशदान जुगतावत कर रहे हैं, जिसमें डिप्टी रूप सिंह इंदा, नाचना स्टेशन हाउस ऑफिसर (एसएचओ) बूटाराम, सदर एसएचओ सुरजाराम और सहायक उपनिरीक्षक राजेंद्र कुमार शामिल हैं।

एसआईटी दुर्घटना के कारण, संभावित तकनीकी खराबी, चालक की भूमिका और किसी भी आपराधिक लापरवाही की जांच करेगी। अधिकारी आग लगने के समय बस की गति, स्थिति और सुरक्षा मानकों का भी आकलन कर रहे हैं।

एसपी शिवहरे ने कहा कि अंतिम रिपोर्ट तैयार होने में समय लगेगा क्योंकि कई पहलुओं की जांच की जा रही है। चूंकि बस चित्तौड़गढ़ में बनी थी, इसलिए वहां से विवरण एकत्र किए जा रहे हैं। जांच में पीड़ितों के बयान, फोरेंसिक रिपोर्ट और तकनीकी साक्ष्य भी शामिल होंगे।

प्रारंभिक जांच के अनुसार, बस में 35 यात्री सवार थे, जिनमें से 22 की मौत हो गई है और 13 अन्य घायल हो गए हैं, जिनका जोधपुर में इलाज चल रहा है। बरामद किए गए 19 शवों में से 18 के डीएनए नमूने प्राप्त कर लिए गए हैं, जिनमें से एक की पुष्टि होना बाकी है।

आगे की कानूनी कार्रवाई एसआईटी के निष्कर्षों पर निर्भर करेगी, जो यह तय करेगी कि यह हादसा मानवीय भूल से हुआ या यांत्रिक खराबी से।

राजस्थान के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने पीड़ितों के परिवारों के लिए मुआवजे की घोषणा की है - तीन या उससे अधिक मौतों वाले परिवारों के लिए 25 लाख रुपए, एक या दो मौतों पर प्रति व्यक्ति 10 लाख रुपए, गंभीर रूप से घायल व्यक्तियों के लिए 2 लाख रुपए और मामूली रूप से घायल लोगों के लिए 1 लाख रुपए

यह दुर्घटना 14 अक्टूबर को हुई थी, जब जैसलमेर से जोधपुर जा रही एक निजी एसी स्लीपर बस में दोपहर लगभग 3:30 बजे आग लग गई, जिससे 19 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई।

Point of View

बल्कि पूरे देश के लिए एक चेतावनी भी। हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि ऐसी घटनाएं फिर से न हों और उचित कानूनी कार्रवाई की जाए।
NationPress
16/10/2025

Frequently Asked Questions

जैसलमेर बस हादसे का कारण क्या था?
अभी जांच चल रही है, लेकिन संभावित तकनीकी खराबी और चालक की लापरवाही के पहलू शामिल हैं।
क्या सरकार ने पीड़ितों के लिए मुआवजा घोषित किया है?
हां, मुख्यमंत्री ने पीड़ितों के परिवारों के लिए मुआवजे की घोषणा की है।
एसआईटी की भूमिका क्या है?
एसआईटी घटना के सभी पहलुओं की जांच करेगी और यह तय करेगी कि हादसा मानवीय गलती से हुआ या यांत्रिक खराबी से।