क्या जालंधर में भारी बारिश ने जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है?

Click to start listening
क्या जालंधर में भारी बारिश ने जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है?

सारांश

जालंधर में भारी बारिश ने स्थिति को गंभीर बना दिया है। प्रशासन ने अलर्ट जारी किया है और राहत कार्य चल रहे हैं। जानिए बाढ़ के हालात और राहत प्रयासों के बारे में।

Key Takeaways

  • 54 राहत केंद्र स्थापित किए गए हैं।
  • नदी किनारे के इलाकों में सुरक्षित स्थानों पर जाने की अपील की गई है।
  • प्रशासन और सुरक्षा बल हाई अलर्ट पर हैं।

जालंधर, 1 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। पंजाब में लगातार बारिश और बाढ़ ने स्थिति को गंभीर बना दिया है। जालंधर समेत दस जिले - पठानकोट, गुरदासपुर, होशियारपुर, कपूरथला, फिरोजपुर, फाजिल्का, अमृतसर, तरनतारन और मोगा - बाढ़ की चपेट में हैं। इस बीच, जालंधर के डिप्टी कमिश्नर (डीसी) डॉ. हिमांशु अग्रवाल ने अलर्ट जारी किया है।

भाखड़ा, पोंग, और रणजीत सागर डैम से भारी मात्रा में पानी छोड़े जाने के कारण सतलुज, ब्यास, और रावी नदियों का जल स्तर खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गया है। डॉ. हिमांशु अग्रवाल ने बताया कि "भाखड़ा डैम से 1,14,782 क्यूसेक पानी रोपड़ हेडवर्क्स पहुंचेगा, जो 18 घंटों में रोपड़ से फिल्लौर और 20 घंटों में हरिके पतन होते हुए 28 घंटों में सुलेमान हेडवर्क्स तक पहुंचेगा। फिल्लौर पहुंचते-पहुंचते यह पानी 1.5 लाख क्यूसेक से अधिक हो सकता है, जिससे फिल्लौर, शाहकोट, और लोहियां में बाढ़ जैसे हालात बन सकते हैं।"

राहत और बचाव कार्यों के बारे में बताते हुए अग्रवाल ने कहा, "प्रशासन ने 54 राहत केंद्र स्थापित किए हैं, जहां भोजन, आश्रय, और चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध हैं। नदी किनारे के इलाकों में रहने वाले लोगों से सुरक्षित स्थानों पर जाने की अपील की गई है। गुरुद्वारों और मंदिरों से मुनादी के जरिए लोगों को सतर्क किया जा रहा है। पुलिस, एनडीआरएफ, और एसडीआरएफ की टीमें स्टैंडबाय पर हैं, और सभी संबंधित अधिकारी हाई अलर्ट पर हैं।"

उन्होंने यह भी बताया, "चिट्टी बेई में पानी के ओवरफ्लो की खबरें आई हैं, लेकिन शहरी क्षेत्रों में सतलुज का पानी नहीं पहुंचा है। हमारी टीमें रात 2 बजे से राहत कार्यों में जुटी हैं। मैंने 400 से अधिक लोगों से बात की है।"

वहीं, पंजाब के खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री लालचंद कटारुचक ने पठानकोट के भोआ विधानसभा क्षेत्र में बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा किया। उन्होंने पाकिस्तानी सीमा के नजदीकी गांवों में बाइक से स्थिति का जायजा लिया और प्रभावित लोगों से बातचीत की।

Point of View

लेकिन प्रशासन सक्रिय रूप से राहत कार्यों में लगा हुआ है। बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों में लोगों की सुरक्षा और सहायता प्राथमिकता होनी चाहिए।
NationPress
01/09/2025

Frequently Asked Questions

जालंधर में बाढ़ की स्थिति क्या है?
जालंधर में लगातार बारिश के कारण बाढ़ की स्थिति गंभीर हो गई है।
प्रशासन ने क्या कदम उठाए हैं?
प्रशासन ने 54 राहत केंद्र स्थापित किए हैं और लोगों से सुरक्षित स्थानों पर जाने की अपील की है।
कौन-कौन से जिले प्रभावित हैं?
जालंधर सहित पठानकोट, गुरदासपुर, होशियारपुर, कपूरथला, फिरोजपुर, फाजिल्का, अमृतसर, तरनतारन और मोगा प्रभावित हैं।