क्या जम्मू में एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने सौम्या श्री को श्रद्धांजलि दी और कड़ी कार्रवाई की मांग की?

सारांश
Key Takeaways
- सौम्या श्री की आत्मदाह की घटना ने शिक्षा प्रणाली में सुधार की आवश्यकता को उजागर किया है।
- एबीवीपी ने दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
- इस घटना ने शिक्षकों के प्रति विश्वास को कमजोर किया है।
- लड़कियों की सुरक्षा एक महत्वपूर्ण मुद्दा है।
- राजनीति को इस मुद्दे से अलग रखना चाहिए।
जम्मू, 15 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। ओडिशा के बालासोर जिले के फकीर मोहन ऑटोनॉमस कॉलेज में बीएड की 20 वर्षीय छात्रा सौम्या श्री की सोमवार रात को भुवनेश्वर के एम्स में मृत्यु हो गई।
इस घटना ने पूरे देश को झकझोर कर रखा है। छात्रा ने कॉलेज परिसर में आग लगाकर आत्मदाह का प्रयास किया था, जिसके बाद उसे गंभीर स्थिति में अस्पताल में भर्ती किया गया था। मामले में कॉलेज के शिक्षकों पर उत्पीड़न का आरोप लगा है, जिसके कारण छात्रा ने यह आत्मघाती कदम उठाया।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने इस घटना के विरोध में मंगलवार को जम्मू में प्रदर्शन किया और सौम्या श्री को श्रद्धांजलि दी। परिषद के कार्यकर्ताओं ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
एबीवीपी की कार्यकर्ता रूपल सलाथिया ने कहा, "सौम्या श्री हमारी संगठन की सदस्य थी। शिक्षकों द्वारा उत्पीड़न के कारण उनकी मानसिक स्थिति गंभीर रूप से प्रभावित हुई, जिसके चलते उन्होंने आत्मदाह का प्रयास किया। हम सरकार से अपील करते हैं कि दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दी जाए। शिक्षक को समाज में सर्वोच्च स्थान दिया जाता है, लेकिन ऐसी घटनाएं शिक्षकों के प्रति विश्वास को कमजोर करती हैं।"
एबीवीपी की एक अन्य कार्यकर्ता पारुल गुप्ता ने कहा, "यह घटना बेहद दुखद और गलत है। लड़कियों के लिए शिक्षा प्राप्त करना पहले से ही चुनौतीपूर्ण है और अगर शिक्षक ही उनका उत्पीड़न करेंगे, तो वे कहां सुरक्षित रहेंगी? हम प्रधानमंत्री से अनुरोध करते हैं कि इस मामले में त्वरित कार्रवाई की जाए और लड़कियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए।"
उन्होंने आगे कहा कि इस मुद्दे को राजनीति से अलग रखा जाना चाहिए, क्योंकि यह मानवता का सवाल है। राजनीति और मानवता को अलग-अलग रखना होगा। हमें समाज को स्वच्छ बनाने के लिए दोषियों को दंडित करना होगा।
आपको बता दें, ओडिशा के बालासोर स्थित फकीर मोहन स्वायत्त महाविद्यालय की 20 वर्षीय छात्रा ने सोमवार रात दम तोड़ दिया। छात्रा ने सहायक प्रोफेसर समीर कुमार साहू पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था। उसने परेशान होकर आत्मदाह का प्रयास किया था। उसे एम्स भुवनेश्वर में इलाज के लिए भर्ती कराया गया था, लेकिन सोमवार रात उसकी मौत हो गई।