क्या झारखंड के जमशेदपुर में ट्रैफिक जांच के दौरान पुलिस का व्यवहार अमानवीय था?
सारांश
Key Takeaways
- घटना में स्कूटी सवार महिला गंभीर रूप से घायल हुई।
- पुलिस ने निष्पक्ष जांच का आश्वासन दिया है।
- स्थानीय लोगों में पुलिस के प्रति नाराजगी देखी गई।
जमशेदपुर, 20 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। झारखंड के जमशेदपुर के बिष्टुपुर थाना क्षेत्र में, साईं मंदिर के निकट ट्रैफिक जांच के दौरान हालात उस समय तनावपूर्ण हो गए जब एक दंपति को पुलिस के कथित अमानवीय व्यवहार का सामना करना पड़ा। इस घटना में स्कूटी पर सवार महिला गंभीर रूप से घायल हुई, जिसे तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया। घटना के बाद वहां अफरा-तफरी मच गई और लोगों में पुलिस के प्रति भारी नाराजगी देखी गई।
सूत्रों के अनुसार, आदित्यपुर निवासी एक दंपति स्कूटी पर सोनारी की ओर बढ़ रहा था। जैसे ही वे साईं मंदिर के पास पहुंचे, वहां तैनात पुलिसकर्मियों ने उन्हें रोक लिया। बताया जा रहा है कि स्कूटी चालक ने हेलमेट नहीं पहन रखा था। इस आधार पर पुलिस ने उन्हें रोका।
हालांकि, दंपति के अनुसार, पुलिसकर्मियों ने उनसे सही ढंग से बात करने के बजाय बलात्कारी तरीके से धक्का दे दिया। दंपति का कहना है कि पुलिस के धक्के से स्कूटी का संतुलन बिगड़ गया और वे सड़क पर गिर पड़े। इस घटना में पीछे बैठी महिला को गंभीर चोटें आईं। महिला के गिरते ही आस-पास के लोग दौड़कर मदद के लिए पहुंचे और वहां भीड़ इकट्ठा हो गई। घटना को देखकर राहगीर भड़क उठे और जमकर हंगामा किया।
घटनास्थल पर बिष्टुपुर ट्रैफिक प्रभारी ने पहुंचकर लोगों को शांत किया। उन्होंने घायल महिला के इलाज की जानकारी ली और लोगों को आश्वासन दिया कि पूरे मामले की निष्पक्ष जांच की जाएगी। ट्रैफिक प्रभारी ने कहा कि यदि जांच में किसी भी पुलिसकर्मी की गलती पाई जाती है तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
पुलिस अधिकारी ने कहा कि अभी तक घटना की पूरी जानकारी नहीं मिल पाई है। घायल महिला को उपचार के लिए अस्पताल भेजा गया है। महिला के पति का कहना है कि गाड़ी रोकने के दौरान यह घटना हुई है। हालांकि, स्थिति स्पष्ट नहीं है। मामले की जांच की जा रही है और इसके लिए आस-पास लगे सीसीटीवी फुटेज भी देखे जा रहे हैं ताकि यह पता चल सके कि वास्तव में क्या हुआ था। इसके बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।