क्या बिहार में जन सुराज का एक साल पूरा हो गया है? 9 अक्टूबर को उम्मीदवारों की पहली सूची होगी जारी

सारांश
Key Takeaways
- जन सुराज पार्टी ने अपने एक वर्ष का जश्न मनाया है।
- उदय सिंह ने जनता का समर्थन मांगा।
- पार्टी ने 40 प्रतिशत महिलाओं को टिकट देने का वादा किया है।
- उम्मीदवारों की पहली सूची 9 अक्टूबर को जारी होगी।
- पार्टी ने अकेले चुनाव लड़ने का निर्णय लिया है।
पटना, 3 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। जन सुराज पार्टी ने अपने एक वर्ष पूर्ण होने का उत्सव मनाया। राष्ट्रीय अध्यक्ष उदय सिंह ने कहा कि पिछले साल 2 अक्टूबर को अस्तित्व में आई पार्टी ने एक साल में ही ऐसी मजबूत व्यवस्था बना दी है कि बिहार के सभी राजनीतिक दल इसे नजरअंदाज नहीं कर सकते।
उदय सिंह ने राष्ट्र प्रेस से कहा, "लोगों के प्रयास, खासकर एक व्यक्ति (प्रशांत किशोर) की मेहनत से हमने यह मुकाम हासिल किया। सभी जुड़े लोगों को धन्यवाद। उनकी मेहनत ने जन सुराज को वह स्थान दिया, जहां बिहार में पूर्ण बदलाव की चर्चा हो रही है।"
उन्होंने इसे बड़ी सफलता बताते हुए ईश्वर से कामना की कि जनता समर्थन दे। हम पार्टी की घोषणाओं को पूरा करेंगे।
उदय सिंह ने कहा कि जन सुराज की स्थापना प्रशांत किशोर ने 2 अक्टूबर 2024 को की थी, जो गांधी जयंती पर गांधीवादी सिद्धांतों पर आधारित है। पार्टी जन सुराज अभियान से निकली है, जिसमें प्रशांत किशोर ने बिहार भर में पदयात्रा कर जनता से जुड़े मुद्दे समझे। पार्टी बिहार को देश के शीर्ष 10 राज्यों में लाने का लक्ष्य रखती है।
उन्होंने बताया कि पार्टी ने 40 प्रतिशत महिलाओं को टिकट देने का वादा किया है। विधानसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों की पहली सूची 9 अक्टूबर को दोपहर 12 बजे जारी होगी।
उदय सिंह ने बताया कि कोर कमेटी की बैठक में निर्णय लिया गया कि कम से कम 100 विधानसभा क्षेत्रों के उम्मीदवारों की घोषणा पहले चरण में होगी। उसके बाद चरणबद्ध तरीके से बाकी सीटों पर प्रत्याशियों को उतारा जाएगा।
जन सुराज पार्टी ने बिहार की सभी 243 सीटों पर अकेले चुनाव लड़ने का निर्णय लिया है और किसी भी तरह के गठबंधन से इनकार किया है। पार्टी में स्वच्छ छवि वाले उम्मीदवारों को प्राथमिकता मिलने की बात कही गई है। इस दल को चुनाव आयोग ने 'स्कूल बैग' प्रतीक आवंटित किया है। पार्टी के प्रमुख एजेंडों में बिहार को भ्रष्टाचार मुक्त बनाना शामिल है।