क्या पूरे देश में जन्माष्टमी की धूम है? एक्टर दिव्येंदु शर्मा से लेकर नेताओं तक ने दी शुभकामनाएं

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क्या पूरे देश में जन्माष्टमी की धूम है? एक्टर दिव्येंदु शर्मा से लेकर नेताओं तक ने दी शुभकामनाएं

सारांश

जन्माष्टमी का पर्व पूरे देश में हर्षोल्लास से मनाया जा रहा है। दही-हांडी के कार्यक्रमों में नेता और अभिनेता शामिल होकर शुभकामनाएं दे रहे हैं। दिव्येंदु शर्मा, पीयूष गोयल और जयाप्रदा जैसे सितारे इस उत्सव का हिस्सा बन रहे हैं। जानिए इस बार की विशेषताएं और महत्त्व!

Key Takeaways

  • जन्माष्टमी का पर्व हर साल धूमधाम से मनाया जाता है।
  • दही-हांडी का आयोजन सामूहिकता और एकता का प्रतीक है।
  • नेता और अभिनेता इस पर्व का हिस्सा बनकर शुभकामनाएं देते हैं।
  • यह उत्सव भारतीय संस्कृति का महत्वपूर्ण हिस्सा है।
  • दही-हांडी के कार्यक्रमों में भागीदारी उत्साह और जोश बढ़ाती है।

मुंबई, 16 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। मुंबई सहित पूरे देश में शनिवार को जन्माष्टमी का पर्व हर्षोल्लास से मनाया जा रहा है। महाराष्ट्र में इस अवसर पर दही-हांडी का आयोजन किया जाता है, जो महाराष्ट्र की संस्कृति का अभिन्न हिस्सा है।

यह उत्सव गुजरात सहित देश के अन्य हिस्सों में भी धूमधाम से मनाया जाता है। पूरे देश में आयोजित हुए दही-हांडी के कार्यक्रमों में नेता और अभिनेता शामिल हुए और उन्होंने देशवासियों को इस पर्व की शुभकामनाएं दी।

मुंबई के एक दही हांडी उत्सव में शामिल एक्टर दिव्येंदु शर्मा ने कहा, "जितने भी लोग जो दही हांडी के कार्यक्रम में हिस्सा लेते हैं, सभी को मेरी ओर से शुभकामनाएं। बस आप सभी अपनी सुरक्षा का भी ध्यान रखिएगा। सभी लोगों को हैप्पी जन्माष्टमी।"

शिवसेना भवन के पास आयोजित शिवसेना(यूबीटी) के दही-हांडी कार्यक्रम में मनसे नेता संदीप देशपांडे पहुंचे। उन्होंने कहा, "हम मराठी मानुष के लिए एकजुट हुए हैं, यह महाराष्ट्र के लिए अच्छी खबर है। जन्माष्टमी की शुभकामनाएं।"

उत्तर मुंबई के दहिसर इलाके में हुई दही-हांडी के कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल भी शामिल हुए। उन्होंने कहा, “दही-हांडी की परंपरा, एकता और शौर्य का मिश्रण है। विश्वास और टीमवर्क पर बने ये पिरामिड हमारी सामूहिक आकांक्षाओं को दर्शाते हैं। असली ताकत गिरने के बाद फिर उठने में है और युवाओं का उत्साह मुझे गर्व से भर देता है। दही-हांडी हमें एकता, शक्ति और सामूहिक प्रयास सिखाती है। आइए हम सब मिलकर ऊपर उठें और एक मजबूत व विकसित भारत की नींव रखें।”

मुंबई के बोरीवली में शिवसेना विधायक प्रकाश सुर्वे द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में शामिल हुईं एक्ट्रेस जयाप्रदा ने कहा, "आपके माध्यम से मैं सभी को जन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनाएं देना चाहती हूं। जब-जब धरती पर पाप बढ़ता है, तो विष्णु भगवान धरती पर अवतरित होते हैं, ये उत्सव इसी का प्रतीक है।"

इसके साथ ही 2025 की पहली दही-हांडी में जोगेश्वरी के गोविंदा पथक ने इतिहास रचा। उन्होंने 10-मंजिला मानव पिरामिड बनाकर इतिहास रच दिया। यह रोमांचक घटना ठाणे के संस्कृति दही-हांडी उत्सव में देखने को मिली, जिसका आयोजन परिवहन मंत्री प्रताप सरनाईक करते हैं।

Point of View

बल्कि यह समाज में एकता और सहयोग का अद्भुत उदाहरण प्रस्तुत करता है। दही-हांडी का आयोजन हमें यह सिखाता है कि सामूहिक प्रयासों से हम किसी भी चुनौती का सामना कर सकते हैं। इस अवसर पर नेताओं और अभिनेताओं की भागीदारी दर्शाती है कि यह पर्व समाज के हर वर्ग को एक साथ लाने का काम करता है।
NationPress
17/08/2025

Frequently Asked Questions

जन्माष्टमी कब मनाई जाती है?
जन्माष्टमी हर साल भाद्रपद माह की कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाई जाती है।
दही-हांडी का क्या महत्व है?
दही-हांडी का महत्व एकता और सामूहिक प्रयास को दर्शाना है। यह भगवान कृष्ण के बाल्यकाल के लीलाओं का प्रतीक है।
क्या जन्माष्टमी केवल महाराष्ट्र में मनाई जाती है?
नहीं, जन्माष्टमी पूरे देश में मनाई जाती है, विशेषकर महाराष्ट्र और गुजरात में।
कौन-कौन से नेता इस बार जन्माष्टमी पर शामिल हुए?
इस बार दिव्येंदु शर्मा, पीयूष गोयल, और जयाप्रदा जैसे कई नेता और अभिनेता शामिल हुए।
जन्माष्टमी पर क्या खास होता है?
जन्माष्टमी पर दही-हांडी का आयोजन, पूजा और राधा-कृष्ण की झांकियों का प्रदर्शन विशेष होता है।