क्या जापान के पर्वतारोही की घड़ी ने भालू हमले के अंतिम क्षणों का खुलासा किया?
सारांश
Key Takeaways
- जापान में भालू हमले बढ़ रहे हैं।
- पर्वतारोही की जीपीएस घड़ी ने महत्वपूर्ण जानकारी दी।
- घटना ने प्राकृतिक संतुलन की समझ को चुनौती दी।
टोक्यो, 14 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। जापान के होक्काइडो क्षेत्र में हालिया भालू हमले की घटना ने सभी को हिलाकर रख दिया है। इस हमले का शिकार हुए पर्वतारोही की जीपीएस वॉच ने उसके अंतिम क्षणों की कहानी बयां की है। यह घड़ी सैटेलाइट के माध्यम से उसके मार्ग और दिल की धड़कन को रिकॉर्ड करती थी, और यह घटनास्थल से बरामद की गई। जापान के प्रसिद्ध समाचार पत्र असाही शिंबुम ने इन पलों को गहराई से चित्रित किया है। उस व्यक्ति पर भालू ने 14 अगस्त को हमला करके उसे मार डाला।
डेटा से स्पष्ट होता है कि वह सुबह लगभग 11 बजे ट्रेल पर था, और अचानक जंगल की ओर नीचे उतरने लगा। कुछ झाड़ियों के बीच उसके कदम चक्कर काटते हुए दिखाई दिए, जो स्पष्ट रूप से डर और संघर्ष की स्थिति को दर्शाते हैं। घड़ी ने यह भी रिकॉर्ड किया कि उसकी दिल की धड़कन वहीं रुक गई, यानी वही स्थान उसकी मृत्यु का गवाह बना।
कुछ घंटों बाद घड़ी ने फिर से मूवमेंट रिकॉर्ड किया, कुछ सौ मीटर तक, जिससे यह संकेत मिलता है कि भालू लौट आया और मृत व्यक्ति का शरीर वहीं से हटा ले गया। 15 अगस्त को स्थानीय अधिकारियों ने देखा कि एक भूरा भालू अपने दो शावकों के साथ मृत व्यक्ति को अपने मुंह में दबाए ले जा रहा था, जिसके बाद उन तीनों को मार दिया गया।
जापानी अखबार के अनुसार, जब उस व्यक्ति के माता-पिता को शव सौंपा गया, तो उनसे अनुरोध किया गया कि केवल उसका चेहरा देखें क्योंकि शरीर के अन्य हिस्सों पर ज़ख्म बहुत गहरे थे।
जापान टुडे के अनुसार, इस वर्ष देश में भालू हमलों की संख्या रिकॉर्ड स्तर पर पहुँच गई है। सिर्फ होक्काइडो में अब तक 13 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं और 200 से अधिक घायल हुए हैं। यह मुख्य रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में हो रहा है, जहाँ भालुओं के निवास स्थान और मानव गतिविधियों का टकराव बढ़ गया है।